उत्तर प्रदेश एक ऐसी धरती है जहाँ कई संस्कृतियाँ फलती-फूलती हैं। इस भूमि पर कई महापुरुष जन्मे हैं, जैसे कि अशोक, हर्ष, और अकबर समेत कई और महान नेताओं ने अपना कार्यक्षेत्र बनाया। इसी धरती पर सूरदास, तुलसीदास, कबीर, मीराबाई, और रस्खान जैसे प्रमुख व्यक्तित्वों का जन्म हुआ। यहाँ, गौतम बुद्ध ने अपना पहला उपदेश दिया था।
उत्तर प्रदेश का इतिहास/ History of Uttar Pradesh 4000 वर्ष पुराना है। पहले इस क्षेत्र पर आर्यों का राजवंश था, और आर्य काल में ही महाभारत और रामायण महाकाव्यों की रचना की गई। इस प्रदेश ने ईसा पूर्व के मध्य में बौद्ध धर्म के प्रसार को देखा। बाद में यहाँ की सत्ता पर नंद राजवंश और फिर मौर्य राजवंश ने शासन किया। इतिहासकारों के मुताबिक यह शहर हर्षवर्धन के शासनकाल के दौरान अपने गौरव के शिखर तक पहुंच गया था।
प्रदेश की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर मुस्लिम शासन के आगमन से काफी प्रभाव पड़ा। जिसके साथ ही, समय के साथ, मुग़ल शासन के अंत का आगमन और अंग्रेजों का प्रवेश हुआ। प्रदेश का इतिहास ब्रिटिश शासन के दौरान और उसके बाद देश के इतिहास के साथ समान रूप से साथ चला। स्वतंत्रता आंदोलन में राज्य के लोगों का योगदान महत्वपूर्ण था।
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विभिन्न स्थानों पर प्राचीनता का वर्णन
उत्तर प्रदेश ने प्रागैतिहासिक सभ्यता के अवशेषों को विभिन्न स्थलों से खोजा है। प्रतापगढ़ क्षेत्र में, जहां 10 हजार ईसा पूर्व के मानव कंकाल मिले हैं, वही सातवीं शताब्दी ईसा पूर्व के माध्यम से महाभारत और रामायण के माध्यम से यहां की प्राचीनता का वर्णन भी होता है।
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में भगवान राम का जन्मस्थान स्थित है, और भगवान श्री कृष्ण की नगरी मथुरा भी इसी प्रदेश में स्थित है। इसके अतिरिक्त, सातवीं शताब्दी ईसा पूर्व में बौद्ध काल का अस्तित्व भी उत्तर प्रदेश में था। इसके अलावा, चंद्रगुप्त, अशोक, समुद्रगुप्त, और चंद्रगुप्त द्वितीय के शासनकाल ने उत्तर प्रदेश के साथ मध्यप्रदेश, बिहार, पंजाब, और राजस्थान के कुछ हिस्सों पर फैला हुआ था।
12वीं शताब्दी से लेकर 17वीं शताब्दी तक, मुस्लिम शासकों ने प्रदेश के अधिकांश हिस्सों पर शासन किया। ब्रिटिश काल में, ईस्ट इंडिया कंपनी ने शासन किया और अंग्रेजों ने उत्तर प्रदेश के उत्तर पश्चिमी हिस्सों को मिलाकर संयुक्त प्रांत बनाया। स्वतंत्रता के बाद, 1950 में संयुक्त प्रांत का नाम बदलकर उत्तर प्रदेश कर दिया गया, जिससे यह भारतीय गणराज्य का एक महत्वपूर्ण राज्य बन गया।
26 जनवरी 1950 को गठन हुआ
1 अप्रैल 1937 को ब्रिटिश शासन ने यूनाइटेड प्रोविंस/ United Provinces के नाम से एक राज्य की स्थापना की। भारत की स्वतंत्रता के बाद, 26 जनवरी 1950 को इसे उत्तर प्रदेश/ Uttar Pradesh के नाम से जाना जा रहा है। लखनऊ को इस प्रदेश की राजधानी बनाया गया। इसके साथ ही, 18 डिवीजन्स और 75 जिलों में बाँट दिया गया। 2000 में, इस प्रदेश से उत्तराखंड नामक एक अलग राज्य की स्थापना की गई। यह जनसंख्या के प्रति भारत का सबसे बड़ा राज्य है और इसकी अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार कृषि है।
प्रदेश में 915 नगर और कस्बे हैं। इसमें 822 ब्लॉक और 17 नगर निगम शामिल हैं। यहाँ पर 80 लोकसभा सीटें हैं, जो देश की राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। प्रदेश के पास 31 सीटों की राज्य सभा है, विधान सभा में 404 सीटें हैं, और विधान परिषद में 100 सीटें हैं। यहाँ के राजकीय पशु का नाम बारहसिंगा है और राजकीय पक्षी सारस और क्रौंच है।
उत्तर प्रदेश की भाषा की बात करें तो राज्य की मुख्य भाषा हिन्दी है। इस राज्य में कई प्रकार की बोलियां बोली जाती हैं। हिन्दी के अलावा पश्चिमी यूपी में ब्रज, मध्य यूपी में अवधी, और पूर्वांचल में भोजपुरी भाषा का प्रचलन है। उर्दू भी एक बड़ी आबादी की मातृभाषा है।
जानें उत्तर प्रदेश राज्य का भूगोल
उत्तर प्रदेश 23°52'N और 31°28'N अक्षांशों और 77°3′और 84°39'E देशांतरों के बीच स्थित है। यह नौ राज्यों - हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, उत्तराखंड, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड और बिहार की सीमा से संघटित है। साथ ही, यह नेपाल देश की सीमा से भी सम्बद्ध है। इस क्षेत्र में अनेक नदियाँ हैं, जैसे कि गंगा, यमुना, बेतवा, केन, चम्बल, घाघरा, गोमती, सोन आदि मुख्य नदियाँ शामिल हैं। यहाँ पर औसतन 1279 मिमी बारिश होती है।
जानिए यूपी में बांध और जलाशय
उत्तर प्रदेश में बिजली उत्पादन, पेयजल आपूर्ति, और सिंचाई के लिए कई परियोजनाएँ आयोजित की गई हैं। इनमें प्रमुख गोविंद बल्लभ पंत सागर बांध, परीछा बांध शामिल है। इसके अलावा, मातलिता बांध, भैंसोरा बांध, भगवानपुर बांध, बाघला बांध, चित्तौड़गढ़ बांध, गणेशपुर बांध, आदि भी हैं। भारत में सबसे बड़ा मानव निर्मित जलाशय, गोविंद बल्लभ पंत सागर बांध, उत्तर प्रदेश में ही स्थित है।
एक दृष्टि इस पर भी
प्रदेश में हिंदू और मुस्लिम धर्म के अनुयायियों की जनसंख्या अधिक है। 2011 की जनगणना के अनुसार राज्य का लिंगानुपात 912 है। महिला साक्षरता दर 59.26 प्रतिशत है, जबकि पुरुष साक्षरता दर 79.24 प्रतिशत है। प्रदेश की कुल साक्षरता दर 69.72 प्रतिशत है। पिपरावा, कौशाम्बी, श्रावस्ती, सारनाथ (वाराणसी), कुशीनगर, चित्रकूट, लखनऊ, आगरा, झांसी, मेरठ, और अन्य कई ऐतिहासिक महत्वपूर्ण स्थल हैं।
मुख्य लोक नृत्य में चारकुला, कर्म, पांडव, पाई-डंडा, थारू, धोबिया, राय, शायरा, और अन्य शामिल हैं। साथ ही, मुख्य लोक कथाएं बिरहा, कजरी, फाग, रसिया, आल्हा, पूरन भगत, भर्तृहरि, और अन्य हैं।
उत्तर प्रदेश राज्य में कुल जिलों की संख्या
उत्तर प्रदेश सबसे अधिक जिलों वाला राज्य है। यहां कुल 75 जनपद हैं और इसे 18 मंडलों में विभाजित किया गया है। क्षेत्रफल के आधार पर लखीमपुर खीरी राज्य का सबसे बड़ा जिला है। उत्तर प्रदेश की सीमा नौ अन्य राज्यों को स्पर्श करती है - उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार, और दिल्ली। उत्तर प्रदेश गंगा के मैदान का एक उपजाऊ भूभाग है, और यह राज्य कुल 2,40,928 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। इसका देश के कुल क्षेत्रफल का 7.33 प्रतिशत के बराबर हिस्सा है।
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यूपी के धार्मिक व पर्यटन स्थल के नाम
वर्तमान में उत्तर प्रदेश में 75 जनपद हैं। हर जनपद का एक अपना विशिष्ट इतिहास होता है, जिसके कारण यहां के स्थल धार्मिक महत्वपूर्ण होते हैं, जैसे कि अयोध्या, काशी, मथुरा। यहां पर्यटन की दृष्टि से भी ये स्थल महत्वपूर्ण हैं।
उत्तर प्रदेश में आगरा का ताज महल, फतेहपुर सीकरी, लाल किला, लखनऊ का विशाल इमामबाड़ा, भूल भुलैया जैसे प्रमुख पर्यटन स्थल भी हैं। साथ ही, उत्तर प्रदेश में वाराणसी के सारनाथ में बौद्ध धर्म से जुड़े अत्यधिक महत्वपूर्ण स्थल भी हैं। इसके अलावा, मथुरा, वाराणसी, वृंदावन, अयोध्या, प्रयाग, कुशीनगर जैसे स्थल भी उत्तर प्रदेश के प्रमुख धार्मिक स्थल हैं।