वाराणसी में, शिवपुर थाने के पास स्थित अष्टभुजी मंदिर में प्रेमिका के साथ विवाह करने का इरादा रखने वाला किशोर ने शुक्रवार को तालाब में कूदकर अपनी जान दे दी। बालिग होने के बाद, विवाह करने की बात इतनी कठिन थी कि उसने आत्मघाती कदम उठा लिया। पुलिस ने सूचना पर पहुंचकर गोताखोरों की मदद से उसका शव तालाब से निकाला।
केराकत (जौनपुर) के भिलौड़ी निवासी, करन राजभर (17 वर्ष) का परिवार शिवपुर के भवानीपुर पिसौर में संतोष सिंह के मकान में किराए पर रहता है। इस परिवार में पिता पप्पू राजभर, मां सितारा देवी, एक छोटा भाई, और एक बहन शामिल हैं। पप्पू राजभर राजगीर के हैं और वे अक्सर करन राजभर को काम सिखाने के लिए अपने साथ ले जाते हैं। करन ने पढ़ाई छोड़ दी थी।
परिजनों के अनुसार, करन एक किशोरी से प्रेम करता था जो उसकी रिश्तेदारी में थी। उसने शुक्रवार को किशोरी को अष्टभुजी मंदिर पर बुलाया था। किशोरी अपनी दोस्तों के साथ मंदिर पहुंची और वहां सुबह करीब 10 बजे करन भी पहुंचा। करन ने शादी करने की जिद करना शुरू किया, लेकिन किशोरी ने बालिग होने पर ही शादी करने की बात कही। इस पर उसका गुस्सा बढ़ गया।
गुस्से में आकर, वह तालाब में कूद गया। उसकी प्रेमिका और उसकी दोस्त उधर से भाग निकलीं। आसपास के लोगों ने इसको देखा और शोर मचाया। इसके बाद, शिवपुर पुलिस गोताखोरों की सूची के साथ पहुंची। शव निकालने के बाद, उसे पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। पुलिस की जांच में, किशोरी ने घटना के बारे में जानकारी दी।