शनिवार को सैदपुर कोतवाली, गाजीपुर जनपद में मुख्य थाना दिवस का आयोजन हुआ। इस अवसर पर जिलाधिकारी आर्यका अखौरी और पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने थेत्र के लोगों की समस्याओं को सुना और निस्तारण के लिए मातहतों को आवश्यक निर्देश दिया। इस दौरान कई फरियादियों की उपस्थिति के बावजूद, मात्र चार प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए, और सभी के लिए निस्तारण का निर्देश दिया गया। एसपी ने लापरवाही पर आपत्ति दर्ज की और एक चौकी इंचार्ज के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए क्षेत्राधिकारी को निर्देशित किया।
सैदपुर कोतवाली में आयोजित मुख्य थाना दिवस के दौरान सुबह 10 बजे से ही नंदगंज नायब तहसीलदार पंकज उपाध्याय ने लोगों की समस्याओं का समाधान करने का काम शुरू किया। दोपहर 12 बजे पुलिस महासंचालक और जिलाधिकारी भी थाना दिवस कार्यक्रम में शामिल हो गए। इसके बाद दोनों श्रेणीबद्ध अधिकारियों ने कई स्थानीय लोगों की समस्याओं को सुना और मामले के समाधान के लिए आवश्यक निर्देश दिया। कुछ मामलों में, 112 डायल पर पुलिसकर्मियों द्वारा राजस्व के मामलों में अनावश्यक हस्तक्षेप की गतिविधियों के संबंध में चर्चा हुई।
जिस पर DM और SP ने थानाध्यक्ष वंदना सिंह को निर्देश दिया कि वह 112 डायल पर पुलिसकर्मियों को मार्गदर्शन करें कि किस मामले में उन्हें हस्तक्षेप करना है और किस मामले में नहीं। एक अन्य मामले में, धारा 308 के फरार आरोपी के खिलाफ बीते 23 दिनों से धारा 82, 83 और NBW के आदेश का पालन नहीं किये जाने पर, SP ने अपनी असंतोष स्पष्ट की।
इस पर SP ने पास बैठे क्षेत्राधिकारी विजय कुमार साही से कहा कि वह भिमापार पुलिस चौकी के इंचार्ज आशोक कुमार ओझा के खिलाफ रिपोर्ट तैयार करें, ताकि कार्रवाई की जा सके। गंभीर अपराधों के आरोपियों के खिलाफ लापरवाही नहीं की जाएगी।
मुख्य थाना दिवस में DM और SP के शामिल होने के बावजूद, वहां मौजूद महिला फरियादियों को कुर्सी नहीं मिली। इसके कारण जनपद के आला अधिकारियों के सामने मुआवजे की मांग पर प्रशंसा और कलावती देवी जमीन पर बैठी रहीं। लेकिन इस पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। एक घंटे तक लोगों की समस्याओं का समाधान करने के बाद DM और SP लगभग एक बजे जिला मुख्यालय के लिए रवाना हो गए, जिसके बाद मातहतों ने आराम किया।