गाजीपुर में सरकारी विद्यालयों की शिक्षण व्यवस्था का आला अफसर आए दिन जायजा लेते रहते हैं। इसी कड़ी में मुख्य विकास अधिकारी ने करंडा क्षेत्र के सरकारी विद्यालय का निरीक्षण किया। वहाँ की व्यवस्थाओं की जानकारी हासिल की।
खामियाँ मिलने पर उन्होंने संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए। उपस्थिति रजिस्टर में छात्रों की उपस्थिति और मौजूद छात्र-छात्राओं की संख्या में भारी अंतर मिलने पर उन्होंने प्रभारी प्रधानाचार्य के निलंबन का भी निर्देश दिया।
मुख्य विकास अधिकारी संतोष कुमार वैश्य ने विकासखंड करंडा के कॉम्पोजिट विद्यालय वीरापाह का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने बच्चों से पढ़ाई के बारे में जानकारी ली। बच्चों की उपस्थिति पंजी की जांच की। जांच के दौरान पता चला कि विद्यालय में कुल 182 छात्र-छात्राओं का नामांकन था और उपस्थिति पंजी में 143 बच्चों की उपस्थिति दर्ज की गई थी।
जांच के दौरान बच्चों की गणना करने पर विद्यालय में केवल 78 बच्चे ही मिले। इस पर मुख्य विकास अधिकारी ने कंपोजिट विद्यालय वीरापाह की प्रभारी प्रधानाचार्य बीना शर्मा को तत्काल निलंबित करने का आदेश जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को दिया।
इसके साथ ही खंड शिक्षा अधिकारी करंडा राघवेंद्र सिंह को कार्य में लापरवाही, विद्यालयों के निरीक्षण को समय पर नहीं करने के कारण उस दिशा में प्रतिकूल प्रवृत्ति का निर्देश दिया गया। वर्तमान में मुख्य विकास अधिकारी के निरीक्षकों और कार्रवाई से हलचल की स्थिति है।