कासिमाबाद से रसड़ा/ Kasimabad to Rasra Fourlane तक बीस किमी के एक और चार-लेन मार्ग का निर्माण होने से लोगों में आनंद का माहौल है। इस चार-लेन मार्ग का निर्माण कासिमाबाद के धरवार कला गांव के पास पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से शुरू होकर बलिया जनपद के रसड़ा तक किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने धर्मारथ योजना के अंतर्गत मंजूरी दी है। इस चार-लेन मार्ग के निर्माण के बाद, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे बलिया को बेल्थरा रोड, देवरिया और बिहार के सिवान आदि जनपदों से जोड़कर कनेक्टिविटी प्रदान करेगा।
ग़ाज़ीपुर जिले के उत्तरी छोर पर स्थित कासिमाबाद विकासखंड अब एक चार-लेन मार्ग के रूप में बलिया जनपद के रसड़ा से जुड़ने की तैयारी में है। इस संबंध में, अधिशासी अभियंता ने निर्माण खंड-तीन लोक निर्माण विभाग गाजीपुर के पत्र से तहसील प्रशासन को सूचित किया है।
इसके अनुसार, गाजीपुर तूर्तिपार मार्ग (राज्य मार्ग संख्या 108 के नाम से जाना जाता है) को मुख्यमंत्री धर्मारथ योजना के तहत किलोमीटर 20.700 से 39.306 किलोमीटर तक चौड़ीकरण और सुंदरीकरण के साथ फोरलेन मार्ग बनाने की योजना है। अधिशासी अभियंता निर्माण खंड तीन, अवधेश कुमार सिंह, ने बताया कि संबंधित तहसील के साथ अन्य विभागों को पत्र जारी कर दिया गया है।
उस मार्ग के संबंध में भू-अभिलेख मिलने के बाद, तत्काल शासन स्तर पर त्वरित कार्रवाई के लिए भेज दी जाएगी। कासिमाबाद रसड़ा मार्ग को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे तक मुख्यमंत्री धर्मारथ योजना के अंतर्गत चार-लेन मार्ग बनाने के लिए जिला प्रशासन से रिपोर्ट मांगी गई है। लोगों का कहना है कि कासिमाबाद पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से रसड़ा जुड़ने से आवागमन काफी सुगम हो जाएगा।
सड़क दोनों ओर से 12-12 मीटर चौड़ी होगी
पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से रसड़ा तक फोरलेन से जुड़ने के लिए मूल रूप से स्वीकृति दी गई है। इस संदर्भ में बताया गया है कि गाजीपुर निर्माण खंड तीन के अंतर्गत कासिमाबाद पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से सिधागरघाट तक के भाग में मार्ग के दोनों तरफ 12-12 मीटर चौड़ीकरण की जाएगी। इसके लिए इस दायरे में आने वाली भूमि का भू अभिलेख उपलब्ध कराने की मांग की गई है। इसी तरह, सिधागरघाट टोंस नदी के उस पार का भाग बलिया जनपद में आता है और वहां के अभिलेखों का संकलन बलिया जनपद और तहसील रसड़ा से किया जा रहा है।
भूलेख को शीघ्र उपलब्ध कराने का आदेश
कासिमाबाद पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से रसड़ा तक फोरलेन मार्ग के निर्माण से पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर आवागमन बढ़ जाएगा। इस संदर्भ में कासिमाबाद तहसीलदार जयासिंह ने बताया कि संबंधित लेखपालों को भूलेख त्वरित उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही, जल निगम, वन विभाग, और बिजली विभाग से अलग-अलग रिपोर्ट मांगी गई है। इस रिपोर्ट में उन्हें यह बताना है कि उनके विभाग के संबंध में जल निगम की पाइपलाइन, बिजली विभाग के पोल, और पेड़ों की संख्या क्या है।