गाजीपुर में अति प्राचीन रामलीला कमेटी हरिशंकरी पिछले सैकड़ों सालों से श्रीरामचरित मानस ग्रंथ के आधार पर रामलीला का मंचन करती चली आ रही है। इस साल की रामलीला का मंचन वन्दे वाणी विनायकों मंडल द्वारा प्रस्तुत किया जाएगा।
इस साल की रामलीला 19 दिनों की होनी है। रामलीला का मंचन 10 अक्टूबर को धनुष-मुकुट पूजन से प्रारंभ होकर तय कार्यक्रम के अनुसार विभिन्न स्थलों पर मंचित होते हुए 24 अक्टूबर को रामलीला मैदान (लंका) में विजयादशमी पर्व और 28 अक्टूबर को श्रीराम राज्याभिषेक, हरिशंकरी स्थित श्रीराम चबूतरे पर संपन्न होगा।
कमेटी के मंत्री ओमप्रकाश तिवारी ने बताया कि श्रीराम राज्याभिषेक के आयोजन के साथ ही इस साल की रामलीला का समापन हो जाएगा। विजयदशमी पर रावण के पुतले का दहन मुख्य अतिथि द्वारा बटन दबाकर किया जाएगा। रामलीला की तैयारी अभी से जोरो-शोरों से प्रारंभ कर दी गई है, जिसमें रावण बनाने का कार्य और विभिन्न स्थलों की साफ-सफाई का कार्य प्रगति पर है।
बताया कि सैकड़ों सालों के परंपराओं के अनुसार इस साल भी करीब 60 फीट ऊंचा रावण का पुतला बनाया जाना है। इस साल की रामलीला के कार्यक्रम का सीधा प्रसारण यू-ट्यूब पर लिंक के माध्यम से देख सकते हैं। विजयादशमी के दिन मैदान में व मैदान के बाहर एलईडी स्क्रीन की भी व्यवस्था कमेटी के द्वारा की गई है, ताकि मैदान में भीड़ होने के कारण आम जन और माताओं व बहनों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
इस बार 28 अक्टूबर को श्रीराम राज्याभिषेक के अवसर पर लाइट एवं साउंड के माध्यम से आकर्षक झांकियों का प्रदर्शन वाराणसी के कलाकारों द्वारा किया जाना है, जिसका मुख्य आकर्षण समुद्र मंथन का सजीव चित्रण एवं काशी की उत्पत्ति की गाथा का चित्रण है। प्रेसवार्ता में कमेटी के विनय कुमार सिंह, गोपाल जी पाण्डेय, ओम प्रकाश तिवारी, लक्ष्मी नरायण, लव कुमार त्रिवेदी, विरेश राम वर्मा, मयंक तिवारी, रोहित अग्रवाल, अनुज अग्रवाल, अशोक कुमार अग्रवाल, राजेश प्रसाद, अजय पाठक, अजय अग्रवाल, राजेन्द्र विक्रम सिंह, सुधीर अग्रवाल, विशंभर गुप्ता इत्यादि लोग उपस्थित रहे।