गाजीपुर के माफिया मुख्तार अंसारी के साथ ही, उनके करीबियों पर भी शासन की कार्रवाई निरंतर जारी है। जिला कारागार में बंद मुख्तार के दो करीबी, भीम सिंह और हरिहर सिंह को भी शासन के निर्देशों पर इटावा सेंट्रल जेल में स्थानांतरित कर दिया गया है। हरिहर सिंह माफिया त्रिभुवन सिंह के पिता की हत्या में दोषी है।
कोतवाली पुलिस ने 1996 के मार्च में आपराधिक कृत्यों के बाद मुख्तार अंसारी और उसके करीबी भीम सिंह को गैंगस्टर के रूप में निरुद्ध किया था। इसमें तीन अगस्त 1991 को बनारस में अवधेश राय की हत्या सहित पांच मुकदमे शामिल किए गए थे। इन मामलों के संबंध में, मुख्तार अंसारी और भीम सिंह के खिलाफ कोतवाली में गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था।
इस मामले की सुनवाई के दौरान, एमपी-एमएलए कोर्ट ने बीते 15 दिसंबर 2022 को भीम सिंह को दस-दस वर्ष की सजा सुनाई और पांच लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया था। तब से भीम सिंह जिला कारागार में बंद था। इसके परिणामस्वरूप, शासन ने तय किया कि दोनों सजायाफ्ता अपराधियों को तत्काल इटावा जेल में स्थानांतरित किया जाए। जेल प्रशासन ने उन्हें कड़ी सुरक्षा के साथ इटावा जेल में स्थानांतरित किया