गाजीपुर जिले के दो अलग-अलग थाना क्षेत्रों में सांप के काटने से दो लोगों की मौत हो गई। पुलिस को सूचना मिलने पर किशोर के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया, जबकि युवक के शव को परिवार ने अंतिम संस्कार कर दिया। इसके परिणामस्वरूप, गांव में परिजनों के दुखभरे रोने-बिलखने की शोर हो रही थी।
खानपुर के ईशोपुर गांव के निवासी संदीप यादव (35) आठ सितंबर की रात को अपने कमरे में सो रहे थे। रात के समय हाथ में सांप ने काट लिया। इसकी जानकारी संदीप और उसके परिवार के किसी सदस्य को नहीं मिली। सुबह होते ही, संदीप ने अस्थायी बेचैनी की अनुभव की और बाजार में जाकर दवा खरीद ली।
आराम नहीं मिलने पर परिजन उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए। वहां डॉक्टरों ने सांप के काटने की संभावना व्यक्त की और स्थिति गंभीर होने पर उसे वाराणसी रेफर कर दिया। वहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इसी दौरान परिजन कमरे में सर्प की तलाश कर रहे थे, लेकिन उस समय सांप नहीं मिला।
अगले दिन, परिवार के लोग शव को लेकर अस्पताल से घर वापस आए, तो रात्रि में फिर उसी कमरे में सांप दिखाई पड़ा। परिजनों ने सांप को मार डाला। संदीप, जो पांच भाइयों में सबसे छोटा था, उसके इस भयंकर संघर्ष के बाद।
बिरनो के गोपालपुर गांव में संजय (15) रात को खाना खाकर सो रहा था। पिता लालचंद ने करीब साढ़े 12 बजे पुत्र ने शरीर में दर्द महसूस किया, तो वह देखा कि सांप ने काट लिया। उसे उपचार के लिए फातिमा अस्पताल मऊ लेकर पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसकी मौत की घोषणा की। परिजनों ने इसके बाद उसे झाड़-फूंक के लिए अमवा सती स्थान ले गए, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी, और पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।