महंगे मोबाइल और अन्य विलासिक आइटमों को अपने महंगे शौक पूरे करने के लिए सैदपुर में एक नाबालिक भांजे ने अपने नाने के घर से लगभग ₹8 लाख के मूल्य के आभूषण चोरी कर लिए। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस द्वारा की गई प्राथमिक जांच में मामला सामने आया, जिसके बाद चोरी किए गए आभूषणों को खरीदने वाले दुकानदारों और शिकायतकर्ता के बीच समझौता हो गया।
यह बात ध्यान में रखनी चाहिए कि सैदपुर क्षेत्र के रामपुर ककरहीं निवासी नाबालिक युवक ने कुछ सालों से क्षेत्र के खानपुर स्थित नाने के घर में वस्तित्व किया था। उसके नाना पूर्व सरकारी कर्मचारी हैं और उसके मामा सेना में उच्च पदों पर सेवानिवृत्त हैं। वह कुछ दिनों से अपने नाने को अलमारी से पैसे निकालते हुए देख रहा था। एक दिन, उसके नाना ने उसे अलमारी की चाबी दी और कुछ निकालने के लिए कहा। इस प्रकार, नाबालिक भांजे की नजर अलमारी के डिब्बों पर पड़ी, जो नानी और मामी के आभूषणों के लिए रखे गए थे। उसके बाद से वह अलमारी के डिब्बों पर नजर डालने लगा।
दो महीने बाद, जब उसने अपने एक दोस्त के साथ मिलकर आभूषण चोरी करने और उन्हें बेचने का प्लान बनाया, तो उसने अपने नाना के घर की चाबी चुरा ली, जिसमें रखे गए आभूषणों के डिब्बे शामिल थे। आने वाले महीनों में, जब घर में एक शादी की तैयारी चल रही थी, तो नाबालिक भांजे की मामी और नानी ने अपने आभूषणों के डिब्बे की खोज की, लेकिन वह डिब्बा गायब हो गया। इसके बाद, घर में अफरा-तफरी मच गई। बहुत सारी जाँच के बाद, परिजनों ने नाबालिक भांजे से कठोरी से पूछताछ की, जिस पर वह भंग हो गया।
महंगे मोबाइल की खरीद के लिए नाबालिक ने नानी के घर से चोरी की गहनों की बात की। भांजे ने अपने परिजनों को बताया कि वहने एक दोस्त के साथ मिलकर, उसी ने उन आभूषणों की चोरी की है। उन्होंने बताया कि उन्होंने सभी गहनों को सैदपुर के चार आभूषण विक्रेताओं से ₹8 लाख में बेच दिया है। इसके बाद, परिजनों ने बीते शाम सैदपुर कोतवाली में पहुंचकर, मामले की लिखित शिकायत की। मामले पुलिस के पास पहुंचते ही चोरी का माल खरीदने वाले सैदपुर के आभूषण विक्रेताओं में हड़कंप मच गया, जिससे पहले की प्राथमिक थाने में पंजीकृत हो पाती, सभी आभूषण विक्रेता चोरी करने वाले नाबालिक के परिजनों के पास पहुंचे।
सैदपुर के चार दुकानदारों ने चोरी के आभूषण को खरीदा था। पंचायत के घंटों चलने के बाद, आभूषण विक्रेताओं ने चोरी के आभूषण या उनके मूल्य को वापस देने का निर्णय लिया। थानाध्यक्ष वंदना सिंह ने बताया कि मामले की लिखित शिकायत प्राप्त हुई थी। लेकिन इसके बाद परिजनों ने चोरी के आभूषण विक्रेताओं के साथ मिलकर सुलह समझौता कर लिया। उन्होंने कानूनी कार्रवाई करने से इंकार किया है।