बाराचवर ब्लॉक क्षेत्र में, जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शनिवार को पूर्व ब्लॉक रामनाथ यादव की प्रतिमा का अनावरण किया। इस मौके पर, राज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि स्वर्गीय रामनाथ, जो समाजवाद के उत्कृष्ट सिपाही रहे हैं, वे हमारे महान गुरु भी थे। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में अपने छात्रों को उत्तम शिक्षा देने के लिए कभी कोई कसर नहीं छोड़ी। वे अपने सिद्धांतों के साथ कभी समझौता नहीं किया।
एलजी ने कहा कि शिक्षा के माध्यम से ही भारत एक विश्वगुरु बना है। यहाँ के गुरुकुलों से शिक्षा प्राप्त करने वाले लोगों ने अपने देश और समाज के लिए काम किया है। उनकी मेहनत से भारत दुनिया के सोने की चिड़ीया बन गया है। उन्होंने भारतीय उत्पादित सामान से दुनिया भर में अपनी पहचान बनाई है। भारत के इस्पात से बने उत्पाद और तलवारें भी विश्व में प्रसिद्ध हैं।
भारत का व्यापार दुनिया भर में फैला हुआ था। यहाँ से उत्पाद बनाकर विश्व के दूर-दूर क्षेत्रों तक पहुँचता था और वहाँ से सोना भारत में लौटाया जाता था। शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव ने भारत को एक सशक्त देश बनाया है। आज भारत विश्व की पाँचवी बड़ी अर्थव्यवस्था है, और जल्द ही यह तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर बढ़ रहा है।
यह सब हमारी शिक्षा नीति की यशस्वी उपयोगना का परिणाम है। राजनीति में व्यापार का कोई स्थान नहीं होना चाहिए, और जो लोग राजनीति में व्यापार कर रहे हैं, उन्हें जनता ने समझ लिया है, और वे अब मुँहतोड़ जवाब देने के लिए काम कर रहे हैं। हमें उन जिम्मेदारियों का संभालना है, जो अब हमारे सूत्र में बांधकर जम्मू और कश्मीर की सेवा करेंगे।
उन्होंने राज्यसभ्या सासंद और रामनाथ जी के परिवार के सदस्यों को धन्यवाद दिया। रामनाथ के पुत्र बब्बन यादव और अंगद यादव ने अंग वस्त्र और स्मृति चिह्न प्रस्तुत किए। वैदिक मंत्रों और पारंपरिक विधियों के साथ रामनाथ की प्रतिमा का अनावरण किया गया।