गाजीपुर जनपद में रविवार की आधी रात को अचानक आए तूफान ने बड़ी तबाही मचा दी। कई स्थानों पर सड़कों पर बिजली के तार गिर गए, और इससे ही नहीं, ट्रांसफार्मर भी खेतों और सड़कों पर गिर गए। इसके परिणामस्वरूप, जनपद के अधिकांश इलाकों में बिजली आपूर्ति बंद हो गई। कई स्थानों पर शॉर्ट सर्किट की घटनाएं भी घटित हुईं।
मौसम विभाग के अनुसार, रविवार की देर रात को आया तूफान उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र का परिणाम था। अभी बूंदा बांदी की संभावना है। इससे मुहम्मदबाद, सैदपुर, जमानिया, जखनिया, शहर सहित शहर से सटे ग्रामीण क्षेत्र में बिजली आपूर्ति में बाधा हुई। मनिहारी में इसके परिणामस्वरूप, वहीं विद्युत खंभे और तार क्षतिग्रस्त होने के कारण बिजली व्यवस्था को काफी प्रभावित किया गया है।
इसके साथ ही, फसलों को भी काफी नुकसान पहुंचा है। हंसराजपुर बाजार में स्थित विद्युत के खंभे के टूटने से एक प्रांतीय ट्रांसफार्मर नीचे गिर गया। वहीं सुल्तानपुरी, चौकड़ी, रंजीतपुर सहित अन्य गांवों में पेड़ और टिनशेड उड़ गए। खेत में लगे गन्ना और बाजरे की फसल गिर गई।
रेवतीपुर: नगदीलपुर, तिलवां-कल्यानपुर, रजागंज चौकी, कालूपुर त्रिमुहानी सहित अन्य कई जगहों पर पेड़ गिरने से जहां आवागमन ठप हो गया, वहीं दर्जनों गांव में विद्युत पोल तार जगह-जगह गिरने से विद्युत आपूर्ति पूरी तरह से ठप हो गई।
विद्युत कर्मचारियों के द्वारा सोमवार को करीब बारह घंटे बाद कुछ जगहों पर आपूर्ति शुरू हो, मगर कुछ जगहों पर अभी तक आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी है। बिजली आपूर्ति को पूरी तरह से ठप होने से बचाने के लिए जुटी हुई है।
कासिमाबाद रसड़ा मार्ग पर विशालकाय पेड़ और विद्युत पोल गिरने से मार्ग पर आने जाने वाले यात्री को समस्याओं का सामना करना पड़ा। तहसील मुख्यालय पर तहसीलदार कार्यालय, आवास सहित तीन अधिवक्ताओं के चेंबर पर पीपल का विशालकाय पेड़ गिरने से आलमारी में रखे सभी कागजात पुस्तकाएं मेज कुर्सी आदि सामान क्षतिग्रस्त हो गए।
कासिमाबाद में युवा शक्ति समिति के कार्यकर्ताओं ने क्षेत्र में आंधी तूफान से प्रभावित लोगों की सहायता के लिए राजस्व विभाग के कर्मचारियों द्वारा जांच कर दैवीय आपदा राहत कोष से अनुदान प्राप्त करने की मांग की है।
बिजली आपूर्ति को पूरी तरह से बहाल होने में दो-तीन दिन लग सकते हैं। कासिमाबाद में तूफान के कारण विद्युत पोल, पेड़, झोपड़ियां, और टीनशेड के साथ फसलों को भारी नुकसान हुआ है। कासिमाबाद एसडीओ, संजीव भास्कर ने बताया है कि 33 केवीए के पांच उपकेंद्र चक्रवर्ती तूफान के कारण पूरी तरह से बंद हो गए हैं। एसडीओ के अनुसार, 33 केवीए उपकेंद्र कासिमाबाद से संबंधित लगभग 50 पोल नुकसान उठा चुके हैं।
इसके अलावा, लगभग सात ट्रांसफार्मर भी नुकसान में शामिल हो गए हैं। 33 केवीए बहादुरगंज क्षेत्र में पुराने क्षेत्र में 25, और नए क्षेत्र में आठ, महरौड़ में 15 से 20, और ढोटारी में 25 से 30 पोल नुकसान उठा चुके हैं। इस तूफान के कारण, क्षेत्र की एकमात्र पंप, कैनाल रामगढ़ रजवाहा का तार टूटने से पूरी तरह से बंद हो गया है। विद्युत आपूर्ति को सुचारू रूप से बहाल करने में दो से तीन दिन लगेंगे। पहली प्राथमिकता है कि सभी उपकेंद्रों को आपूर्ति को सुचारू रूप से पहुंचा जाए।