गाजीपुर के पीजी कॉलेज में छात्रसंघ चुनाव के संदर्भ में सैकड़ों छात्र नेताओं ने प्राचार्य डॉ. राघवेन्द्र पाण्डेय के पास जाकर अपनी आवाज़ उच्च की। छात्र नेताओं ने पीजी कॉलेज के सभागार में एक मीटिंग का आयोजन किया, जिसमें वे चुनाव संबंधित मुद्दों पर चर्चा की।
इसके बाद, सभी छात्रों ने प्राचार्य के दफ्तर में मिलकर एक साथ तेजी से मांग की कि छात्र संघ चुनाव की तारीख तय नहीं की गई है, तो वे छात्रों को बैठने का निर्णय लेंगे। इसकी पूरी जिम्मेदारी महाविद्यालय प्रशासन को सौंपी गई। पत्रक प्राप्त करने के बाद, प्राचार्य ने परीक्षा की चलने के कारण 10 अक्टूबर को एक बैठक बुलाई गई है, जिसमें निर्णय लेने की विचारणा की गई है।
इस मौके पर छात्र नेता शशांक उपाध्याय, दीपक उपाध्याय, सिद्धांत सिंह, मनीष चौधरी, संदीप राय, सुधांशु तिवारी, बृजेश सिंह शेरू, सम्पूर्णानंद यादव, प्रवीण विश्वकर्मा, उजाला जायसवाल, शिवम उपाध्याय, अभिषेक द्विवेदी, नागेन्द्र कुशवाहा, मंजीत कुशवाहा, प्रद्युम्न सिंह यादव, किशन यादव, राजू पाण्डेय, राहुल यादव, आदि सैकड़ों छात्र मौजूद थे।
छात्र नेताओं ने पत्रक के माध्यम से बताया कि कोरोना महामारी के बाद, तीन वर्षों तक देर से चलने वाले सत्र और प्रवेश प्रक्रिया के अव्यवस्थित होने के कारण चुनाव नहीं हो सका। वर्तमान सत्र 2023-24 की प्रवेश प्रक्रिया लगभग 100 प्रतिशत पूरी हो चुकी है, पठन-पाठन भी प्रारंभ हो चुका है, लेकिन महाविद्यालय ने अब तक छात्रसंघ चुनाव कराने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया है।
इसके परिणामस्वरूप, छात्रों में आक्रोश है। छात्रसंघ चुनाव न होने से छात्रों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। अगर महाविद्यालय प्रशासन छात्रसंघ की मांग को नजरअंदाज करता है, तो छात्र धरना प्रदर्शन करने के लिए बाध्य हो सकते हैं।