मुगलसराय के मुस्लिम महाल इलाके में 17 वर्षीय किशोरी का शव पड़ोस में ही रहने वाली उसकी बहन के घर में फंदे से लटकता हुआ पाया। किशोरी ने अपने हाथ पर आत्महत्या की वजह लिखी थी।
परिजन शव को देर रात कब्रिस्तान में दफनाने ले गए थे, लेकिन वहां के संबंधित लोगों ने रात में शव की दफन को मना कर दिया। सूचना पहुंचने पर पुलिस ने शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पूरा मामला प्रेम प्रसंग से जुड़ा माना जा रहा है, जिसमें गुत्थी हत्या और आत्महत्या के बीच कुछ उलझनें हैं।
मुगलसराय कोतवाली क्षेत्र के काली महल निवासी सनुआर हाशमी चांधसी कोल मंडी में मजदूरी करते हैं। उनके पास पांच लड़कियाँ और चार लड़के हैं। रेशमा (17) नौ भाइयों-बहनों में चौथी नंबर पर थी। परिवार वालों के अनुसार, रेशमा अपनी बहन के यहां निकल-चढ़ के रहने वाली थी।
शुक्रवार की शाम को रेशमा अपनी बहन शबनम के घर जा रही थी। छह बजे लगभग रेशमा को एक कमरे में सफेद चुन्नी से पनीरी चादर पर झूलती हुई पाई गई। जब शबनम ने रेशमा को झूलते हुए देखा, तो वह इसकी सूचना अपनी मां और भाई को दी। घटना की जानकारी प्राप्त होते ही मां और भाई शबनम के घर पहुँचे और रेशमा को झूले से उतारकर पास के निजी अस्पताल ले गए।
वहीं, चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद परिवार वाले रेशमा के शव को घर ले आए। पुलिस को सूचित किए बिना ही शव को दफन करने के लिए कब्रिस्तान जाने लगे। कब्रिस्तान के लोगों ने देर रात होने के कारण शव की दफन को इनकार कर दिया। इस परिस्थिति में परिवार ने शव को घर लेकर आए। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुँची।
पुलिस ने परिजनों से घटना के बारे में जानकारी प्राप्त की। इसके बाद वहीं परिजनों द्वारा उपलब्ध शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। किशोरी आठवीं कक्षा की छात्रा थी और उसके हाथ पर लिखा था कि वह अपनी इच्छा से फांसी लगा रही है। मुगलसराय के इंस्पेक्टर दीनदयाल पांडेय ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत की वास्तविक कारण स्पष्ट हो जाएगा, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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