गाजीपुर में नंदगंज थाना क्षेत्र के सईचन गांव में धर्मांतरण के मामले की घटना सामने आई है। इस संबंध में पुलिस को सूचना मिली और महिलाओं सहित चार व्यक्तियों को थाने ले लाया और पूछताछ की। मौके से कई धार्मिक सामग्री भी बरामद की गई, जैसे कि धार्मिक पुस्तकें, स्टीकर, हैंडबिल, आई कार्ड, और प्रचार सामग्री। इस मामले में पुलिस एक आरोपी को गिरफ्तार किया है।
गाजीपुर के अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा युवा के जिला अध्यक्ष राजकुमार सिंह ने बताया कि उन्होंने देवकली ब्लॉक के थाना नंदगंज के सईचन गांव में एक प्रार्थना सभा के आड़ में धर्म परिवर्तन के काम की सूचना पाई थी। उन्होंने तुरंत थाना नंदगंज को सूचित किया, जिसके परिणामस्वरूप नंदगंज प्रभारी पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे।
उन्होंने बताया कि पिछले 6 या 7 सालों से स्थानीय ग्राम निवासी भीम पास्टर ईसाई धर्म सभा की आड़ में भोले भाले ग्रामीणों को (जो कि आर्थिक रूप से कमजोर एवं कम पढ़े-लिखे महिला एवं पुरुष को) झाड़ फूंक, गंभीर बीमारियों के इलाज, पागलपन का इलाज, भूत-प्रेत को दूर करना, और पैसे का लालच देकर हिंदू देवी-देवताओं के बारे में दिग्गभ्रमित करते हुए धर्म परिवर्तन कर रहा था। मौके से भारी मात्रा में बाइबल की किताबें, प्रचार सामग्री जैसे कि पुस्तकें, स्टीकर, हैंडबिल, आई कार्ड और प्रचार सामग्री बरामद हुई।
मामले में पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने बताया कि सूचना मिली थी कि नन्दगंज थाना क्षेत्र के एक गांव में धर्म परिवर्तन का कार्य चल रहा है। मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने भारी मात्रा में एक धर्म विशेष से संबंधित सामग्री बरामद की। वहां पर एक धर्म विशेष का प्रचार-प्रसार करते हुए, दूसरे धर्म के खिलाफ टिप्पणी करते हुए लोगों को बहकर धर्म परिवर्तन कराने का मामला संज्ञान में आया। मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है।