पीसीएस-जे परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के बाद, गाजीपुर के पैतृक गांव में डॉ. अंजू यादव, गांव की होनहार बेटी का स्वागत गांववालों ने खूबसुरती से किया। उन्हें गाजे बाजे, फूल मालाओं और किताबों के साथ सम्मानित किया गया। स्थानीय दुर्गा मंदिर के परिसर में आयोजित सम्मान समारोह में, गांव की बिटिया की इस महान कामयाबी पर ग्राम सभा के ग्रामीण बेहद खुश हुए।
गांव में प्राप्त सम्मान से प्रभावित होकर, डॉ. अंजू यादव ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, रमा अवतार यादव, को दिया। वे बरेली में इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत हैं। डॉ. अंजू यादव ने कहा कि लॉ में जेआरएफ और नेट की योग्यता हासिल करने के बाद, मेरा एकमात्र लक्ष्य न्यायिक सेवा में प्रवेश करना था। उन्होंने इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए लगातार प्रयास किया और भगवान की अपार कृपा से इस मानदण्ड को हासिल किया है।
युवाओं को संबोधित करते समय कहा गया कि सफलता पाने के लिए कोई शॉर्टकट नहीं होता। आप सभी जिस क्षेत्र में जाना चाहते हैं, उसके लिए धैर्य और एकाग्रचित्त प्रयास ही सफलता लाने का मार्ग हो सकता है। उप जिलाधिकारी जमानियां हर्षिता तिवारी ने कहा कि आजकल ग्रामीण परिवेश में पली बढ़ी बेटियां भी अपने क्षेत्र में अपने लगन और परिश्रम से सफलता प्राप्त कर रही हैं। मैं भी ग्रामीण परिवेश से जुड़ी हुई हूँ।
उन्होंने मौजूदा उपस्थित लोगों से कहा कि आपको अपनी बेटियों को मौका देना चाहिए, क्योंकि वे आपकी आशाओं पर खरी उतर सकती हैं। इस अवसर पर पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए, मंदिर परिसर में पौधरोपण कार्य डीएफओ और ग्राम प्रधान डॉ. श्यामनारायण कुशवाहा के साथ डॉ. अंजू द्वारा किया गया।
वहीं, जमानियां विधायक ने कहा कि आजकल बेटियां देश की सरहदों से लेकर पुरुष वर्चस्व वाले क्षेत्रों में भी अपनी मेहनत और लगन से उम्दा प्रदर्शन कर रही हैं। कल के बेहतर भविष्य के लिए अब बेटियों को पढ़ाना और उन्हें आगे बढ़ाने का समय आ गया है।
सम्मान समारोह में क्षेत्राधिकारी जमानियां विधिभूषण मौर्य, थानाध्यक्ष दिलदारनगर महेश पाल सिंह, यादव उत्थान समिति के जिला अध्यक्ष सुजीत यादव, पूर्व ब्लाक प्रमुख दयाशंकर यादव, समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष गोपाल यादव, और कांग्रेस नेता हरिओम यादव जैसे सैकड़ों ग्रामीण हजारी थे।