बलिया के रसड़ा कोटवारी मोड़ के समीप मौलाना रोड स्थित निजी हास्पिटल एवं जच्चा-बच्चा केंद्र में आपरेशन के बाद जच्चा-बच्चा की मौत के बाद रविवार को परिजनों एवं ग्रामीणों ने हंगामा कर दिया।आरोप है कि चिकित्सकों की घोर लापरवाही के कारण जच्चा-बच्चा की मौत हुई है।
सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे प्रभारी निरीक्षक प्रवीण सिंह ग्रामीणों के तल्ख तेवर को देखते हुए प्रभारी निरीक्षक प्रवीण सिंह ने समझा-बुझा कर सभी को कोतवाली ले आये। जहां पर मृतक के पति चंदन प्रसाद की तहरीर पर पुलिस ने चिकित्सक डा. विनय कुमार सिंह, उनकी पत्नी सहित स्टाप प्रसिद्धन के विरूद्ध विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज करने पर मामला शांत हो सका।
नगरा थाना क्षेत्र के सोनापाली गांव निवासी चंदन प्रसाद की गर्भवती पत्नी पूनम देवी (32) के प्रसव पीड़ा होने पर उसे शनिवार की सायं 5 बजे रसड़ा के वैष्णवी हास्पिटल में भर्ती कराया गया। रात लगभग 7-8 बजे पूनम का आपरेशन करने के बाद उसने बच्चे को जन्म दिया।जिसकी कुछ ही क्षणों में मौत हो गई।
उधर चिकित्सकों की लापरवाही के चलते पूनम की तबीयत बिगड़ने लगी। जिसे देख चिकित्सक दम्पत्ति भाग खड़े हुए। परिजनों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने पूनम की जान बचाने के लिए मऊ ले जाने की सलाह दी। स्वजन पूनम को लेकर फातिमा हास्पिटल लेकर गए।
स्वजनों का आरोप है कि अस्पताल वालों ने भर्ती करने से इनकार कर दिया। तत्पश्चात एक अन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां रविवार की भोर में पूनम ने दम तोड़ दिया।प्रभारी निरीक्षक प्रवीण सिंह ने बताया कि मृतिका के पति की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।आवश्यक कार्यवाही की जा रही है।