वाराणसी के दानगंज चोलापुर थाना क्षेत्र के बरथौली गांव में एक आम स्थिति से बवाल हो गया, जिसमें दोनों पक्षों के लोगों के बीच लाठी-डंडे का संघर्ष हुआ। यह विवाद अमरूद तोड़ने की विवादित घटना के संदर्भ में था, जिसके परिणामस्वरूप डेढ़ दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। इस परिस्थिति के साथ, चोलापुर पुलिस ने दोनों पक्षों से तहरीर ली और कार्रवाई करने में जुट गई।
बता दें कि दूधनाथ यादव के द्वार पर एक अमरूद का पेड़ लगा हुआ है। गांव के बृजेश राजभर ने अपने साथियों के साथ द्वार पर लगे अमरूद को तोड़ने का प्रयास किया, जिस पर दूधनाथ और उनके परिवार ने विरोध किया। इसके बाद, जब लड़के ने यह माना नहीं, तो दूधनाथ ने अपशब्द का प्रयोग किया। यह वाक्यगत विवाद युवाओं के बीच बिगड़ता गया और दोनों पक्षों के बीच विवाद उत्पन्न हो गया। विवाद के दौरान मारपीट भी हुई।
यह घटना मंगलवार की सुबह की है, जब दूधनाथ यादव के पक्ष के लोग बाइक और लाठियों के साथ बड़ी संख्या में राजभर के घर पर पहुंचे। वहां पर दोनों पक्षों के बीच भारी लाठी-डंडे की मारपीट हुई। महिलाओं को बुरी तरह से प्रहारित किया गया, जिसके परिणामस्वरूप लगभग डेढ़ दर्जन लोग घायल हो गए।
घायलों में बृजेश राजभर, बेचन राजभर, रिंकू राजभर, शिवानी राजभर, सुरेंद्र राजभर, संगीता प्रधान, पति मंगरु राजभर आदि शामिल हैं, जबकि दूसरे पक्ष के नरेश यादव, बबलू यादव, ऋषि यादव, अमरजीत यादव, त्रिपेश यादव, शंभू यादव, शीतल यादव आदि को भी चोट आई। इस मामले में दोनों पक्षों के खिलाफ चोलापुर पुलिस ने मेडिकल प्रमाणित करके मुकदमा दर्ज किया है।