यूपी के गाजीपुर जिले में बुधवार शाम को एक घटना हुई, जिसने लोगों को सनसनी में डाल दिया। मरदह थाना क्षेत्र के सिरसी मौजा में गोलियों की आवाज़ सदाका गया। चार बदमाश दो बाइकों पर सवार होकर जिम से लौट रहे तीन दोस्तों पर गोलियां चलाई। गोली लगने से बाइक पर बैठे एक युवक की मौत हो गई। घटना के बाद, बदमाश हथियार लहराते हुए फरार हो गए। सरेरा में घटित घटना से वातावरण में सनसनी मच गई। कई थानों की पुलिस फोर्स और प्रादेशिक सशस्त्र पुलिस के जवानों ने आसपास के क्षेत्रों में अवैध हथियारों की गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई की, परन्तु सफलता हाथ नहीं लगी।
बस्तपुर गांव के निवासी शिवमूरत राजभर (24) अपने मित्र सचिन राजभर और देवदास के साथ एक ही बाइक पर हर दिन की तरह मरदह-कासिमाबाद बाईपास मार्ग पर जिम जा रहे थे। जिम बंद होने के कारण, देर शाम को तीनों मित्र घर वापस लौट रहे थे। कंसहरी गांव के पास, दो पक्षों में किसी विवाद के कारण बहस चल रही थी।
तीनों युवक बाइक के साथ खेत में गिरे
विवाद को देखने के लिए तीनों युवक बाइक सवार होकर मौके पर रुक गए। इसके कुछ ही देर बाद, तीनों बाइक से सिरसी मौजा से हरिकरनपुर चट्टी जाने वाले मार्ग की ओर बढ़ते समय दो बाइकों पर सवार चार बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। इस हमले के दौरान, शिवमूरत राजभर के कंधों से होकर सीने में गोली लगी। तीनों युवक बाइक के साथ खेत में गिर पड़े।
वारदात के बाद, सभी हमलावर हथियारों को लहराते हुए भाग गए। उसी दौरान, ग्रामीणों की भीड़ गांव में आवाज सुनकर जुट गई और गंभीरता से घायल शिवमूरत राजभर को उपचार के लिए मऊ जिला अस्पताल ले गए। जहां पर डॉक्टरों ने उनकी मौत की घोषणा की। हत्या की सूचना मिलते ही, परिजन मौके पर पहुंचे, जिन्होंने रोते-बिलखते अस्थि को उठाया। पुलिस ने शव को कब्जे में लिया और मर्चरी हाउस भेज दिया। समय के साथ, घटना की जानकारी प्राप्त होने पर, एसपी ओमवीर सिंह के नेतृत्व में पुलिस फोर्स और प्रादेशिक सशस्त्र पुलिस के जवान घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि घटना स्थल पर छानबीन जारी है और जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी की कोशिश की जाएगी।
बेटा फौज में जाने की तैयारी कर रहा था
देश सेवा के जज्बे से प्रेरित शिवमूरत राजभर सेना में भर्ती होने के लिए मेहनत कर रहा था। वह जिम जाने का अभ्यास भी करता था, पर उसे कभी यह नहीं पता था कि उसका सपना अधूरा रह जाएगा। हत्या की घटना ने सिर्फ परिवार को ही नहीं, बल्कि पूरे गांव को भी झकझोर दिया। हत्यारों ने न केवल मां की गोद सूनी की, बल्कि एक वृद्ध पिता के सहारे को भी छीन लिया। पुत्र के शव से लिपटकर बिलखते रहे भूतपूर्व सैनिक पिता की आंखों से बहते आंसू को रोकना मुश्किल था।
बस्तपुर गांव के निवासी शिवमूरत राजभर (24) चार भाइयों में दूसरे नंबर पर आते थे। उनके बड़े भाई की शादी हो चुकी थी। उनके पिता, विंध्याचल राजभर, एक पूर्व सैनिक थे। वे भी देश की सेवा के लिए तत्पर रहते थे और इसी कारण शिवमूरत भी उनकी तरह फौज में जाकर देश की सेवा करने का सपना देख रहे थे। मां चिंता देवी भी अब बेटे के शादी को लेकर सोच रही थी। लेकिन किस्मत ने अपना खेल खेल दिया।