वाराणसी में शनिवार को अनोखी शादी की घटना साक्ष्य बनी। इस बार, एक जोड़ा सड़क पर ही अपने प्रेम की परिकल्पना को अंजाम दिया। दूल्हे ने बिना पंडित और मंडप के सात फेरों के साथ शादी की आयोजना बनाई। उसके बाद मांग में सिंदूर लगाया गया और फिर हर-हर महादेव के जयघोष के साथ दुल्हन को उनके नए घर ले जाया गया। इस अद्वितीय घटना में पड़ोसी और राहगीर शादी के साक्षी बने। इस ख़ास मोमेंट को पुलिस फोर्स ने भी गवाही दी।
लालपुर पाण्डेयपुर के मढवा निवासी अमित कुमार ने गांव की एक युवती से तीन साल से प्रेम संबंध बनाए रखे थे। उनके बीच सजातीय रिश्ता भी था। ये दोनों एक-दूसरे से शादी करना चाहते थे, परंतु परिवार के खिलाफ थे। अमित ने अपने परिवार को बात सुनाकर शादी के लिए मनाया, लेकिन युवती के परिवार ने इसका विरोध किया।
उस शनिवार को, अमित युवती के घर गए, परंतु उनकी राह में आने वाले परिजनों ने उन्हें बाहर निकाल दिया। इसके परिणामस्वरूप अमित ने हंगामा करना शुरू कर दिया। युवती ने इस घटना को देखते हुए लालपुर पाण्डेयपुर पुलिस स्थानीय थाने को फोन करके सूचना दी। पुलिस ने त्वरित रिएक्शन दिखाई और मामले की जाँच की। चौकी इंचार्ज ने बताया कि दोनों बालिग हैं और खुद अपना निर्णय ले सकते हैं।
पुलिस ने दोनों से समझाया, लेकिन उनका रुख शादी की ओर था। इसके बाद, पुलिस की उपस्थिति में, दोनों की शादी की घटना आयोजित की गई। पड़ोसियों ने अपनी सहयोगी भूमिका निभाई और उन्हें माला और सिंदूर दिया। फिर, उनकी दुल्हन बनाने का संघर्ष उनके घर के बाहर ही सम्पन्न हुआ। पुलिस ने दोनों को सही संगीत में आरामदायक ढंग से पहुंचाया और उनके परिवार के साथ बातचीत की। इस घटना से किसी भी प्रकार की आपसिक बदलाव की स्थिति नहीं उत्पन्न हुई है। लालपुर पाण्डेयपुर के पुलिस स्थानीय अधिकारी ने यह बताया कि दोनों बालिग हैं और स्वयं अपना निर्णय ले सकते हैं।