शनिवार की दोपहर में, सैदपुर चंदौली गंगा पुल पर एक स्कूटी सवार युवक मोबाइल फोन पर किसी से बात करते हुए, अचानक उफनाई गंगा नदी में कूद गया। राहगीरों ने पुलिस को सूचित किया, और पुलिस ने युवक की स्कूटी नंबर के माध्यम से उसकी पहचान की, फिर परिजनों को घटना की जानकारी दी। इसके पश्चात्, परिजनों और पुलिस के सहयोग से, युवक की खोजबीन शुरू की गई, लेकिन युवक का कुछ भी पता नहीं चल सका।
घटना इस प्रकार की है कि शनिवार की दोपहर में, चंदौली जनपद के बलुआ थाना क्षेत्र में पलियां गांव के निवासी कन्हैया यादव (35), जिनके पिता का नाम स्वर्गीय रामगति यादव था, स्कूटी बाइक साथ लेकर सैदपुर गंगा पुल पर पहुंचे। वहां पुल की रेलिंग के पास अपनी बाइक को रोककर, वह मोबाइल पर किसी से बात करने लगे।
बात करते-करते एक अचानकी मोमेंट में युवक कन्हैया ने मोबाइल के साथ ही गंगा नदी में कूद जाने का निर्णय लिया। इस पूरी घटना को देखकर राहगीर उस समय नदी में कन्हैया को देखा, और उन्होंने देखा कि कन्हैया गहराई में समा चुका था। इसके बाद, राहगीरों ने तुरंत घटना की सूचना सैदपुर कोतवाली को दी।
सिर्फ 3 दिन पहले मुंबई से घर वापस आए थे कन्हैया
घटना स्थल पर पहुँची पुलिस ने बाइक के नंबर प्लेट का इस्तेमाल करके पहचान की और घटना की सूचना परिजनों को दी। घटना की जानकारी प्राप्त होते ही, कुछ ही समय में मौके पर कन्हैया की मां कलावती देवी और पत्नी संगीता सहित परिजनों और ग्रामीण उपस्थित हो गए। चीख-पुकार के बीच रोते हुए कन्हैया की मां कलावती और पत्नी संगीता भी नदी में छलांग लगाने के लिए उतर पड़ीं।
इसके बाद, ग्रामीणों ने उन्हें पकड़कर सैदपुर कोतवाली ले जाया। परिजनों ने बताया कि तीनों भाइयों में से कन्हैया सबसे बड़े भाई थे, जिनके भाई रामबली और श्यामबली थे। वह मुंबई में काम करके अपने परिवार का पालन-पोषण करते थे। केवल 3 दिन पहले उन्होंने मुंबई से घर वापस आना शुरू किया था।
नदी में दिन-रात चल रही है युवक कन्हैया के शव की खोज। कन्हैया ने अपने तीन पुत्रियों को छोड़कर इस दुनिया को अलविदा कह दिया है। अपने बेटे की इच्छानुसार, उसने अपने भाई के पुत्र को गोद लिया और उसका संरक्षण किया था। जब से उसने मुंबई से वापस आना शुरू किया, तब से उसकी स्वास्थ्य बिगड़ी और मानसिक रूप से तनाव ने उसे आवागमन कर लिया। इस कारण उसने गंगा पुल से कूदकर आत्महत्या का निर्णय लिया। अब परिजनों और पुलिस के सहयोग से नदी में कन्हैया के शव की खोज काम में ली जा रही है।
कहा जा रहा है कि आने वाले 24 से 36 घंटों में, जब शव पानी में फूलकर ऊपर आएगा, तभी हमें उसकी पहचान हो सकेगी। इसलिए परिजन नदी की धारा के आगे तक, जिन्होंने नदी किनारे अपना घर बनाया है, और ग्रामीण लोग, वे सभी ध्यान दें कि किसी भी शव के प्रति संदेह होने पर सूचना देने के लिए संपर्क कर सकते हैं।