गाजीपुर हमीद सेतु से गंगा नदी में कूदने वाली छात्रा की खोज दूसरे दिन भी जारी रही। शुक्रवार को वाराणसी की एसडीआरएफ (राज्य आपदा मोचन दल) ने 25 किमी क्षेत्र में तीन चक्रों में लगभग नौ घंटे तक खोज ऑपरेशन चलाया, लेकिन कोई सफलता हासिल नहीं हुई।
जमानिया कोतवाली क्षेत्र के सब्बलपुर खुर्द गांव में रहने वाली शालू उपाध्याय (20), जो तृतीय वर्ष की छात्रा थी, ने बृहस्पतिवार की शाम को हमीद सेतु से अपने पिता के सामने ही नदी में छलांग लगा दी थी। उसकी खोजबीन की गई, और इसी बीच शुक्रवार की सुबह दूसरे दिन नौ बजे से एसडीआरएफ के एसआई मोहम्मद हफीज खां के नेतृत्व में जवानों की टीम ने छात्रा की खोज शुरू की।
नदी में लगभग 25 किमी क्षेत्र में तीन चक्रों के दौरान लगभग नौ घंटे तक खोज ऑपरेशन चलाया गया। हालांकि, गंगा नदी में तेज बहाव के बावजूद कोई सफलता हासिल नहीं की जा सकी। वहीं, अपनी बेटी से मिलने की आशा में नदी किनारे टकटकी पर बैठे हुए पिता संतोष उपाध्याय और अन्य परिजन बहुत ही दुखिने हालत में थे।
लोगों के मन में यह प्रश्न अब तक उठ रहा है कि अंत में छात्रा ने ऐसा आत्महत्या कदम क्यों उठाया और किन परिस्थितियों में वह ऐसी स्थिति में आ गई। इस विषय में रजागंज चौकी के इंचार्ज भूपेंद्र कुमार निषाद ने बताया कि एसडीआरएफ की टीम छात्रा की खोज में जुटी है, लेकिन अब तक उसकी पहचान नहीं हो सकी है।