गाजीपुर क्षेत्र में लेखपाल संघ ने कासिमाबाद के तहसील अध्यक्ष जितेंद्र यादव और मंत्री संजय पांडेय के नेतृत्व में 30 लेखपालों द्वारा उनके स्मार्टफोनों को शनिवार को कार्यालय में जमा कर दिया। लेखपाल संघ ने बताया कि 2017 में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत सभी लेखपालों को स्मार्टफोन प्रदान किए गए थे और 2019 में ई-डिस्ट्रिक्ट कार्य के लिए लैपटॉप उपलब्ध किए गए थे।
उपलब्धि के समय बताया गया था कि 3 वर्ष बाद स्मार्टफोन और 5 वर्ष बाद लैपटॉप को अवांछनीय मानते हुए नए उपकरण प्रदान किए जाएंगे। हालांकि, तहसीलों में सेवानिवृत्ति की स्थिति में लेखपालों से स्मार्टफोन और लैपटॉप जमा करवाए जाते हैं। वर्तमान में स्मार्टफोन और लैपटॉप का उपयोग नहीं हो रहा है, जिसके कारण उनके अवांछनीय होने की आशंका बनी रहती है और इसके बाद लेखपाल किसी उत्पीड़न की कार्रवाई से डरते हैं।
गुणवत्ता वाले स्मार्टफोन और लैपटॉप प्रदान किए जाएं, इस मांग की ओर दिशा प्रदर्शित की गई है। उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ ने पहले भी पत्राचार और वार्ता के माध्यम से स्मार्टफोन और लैपटॉप के अवांछनीय होने के बारे में विभाग को सूचित किया है, लेकिन इस पर ध्यान देने की प्रक्रिया अभी तक शुरू नहीं हुई है। तहसील अध्यक्ष जितेंद्र यादव ने बताया कि उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ की सर्वोच्च समिति ने निर्णय लिया है कि 19 अगस्त को प्रदेश के सभी तहसीलों में सभी लेखपाल अपने सरकारी स्मार्टफोन और लैपटॉप को रजिस्ट्रार कार्यालय में जमा करेंगे। उन्होंने मांग की है कि विभाग को गुणवत्ता वाले स्मार्टफोन और लैपटॉप प्रदान किए जाएं, ताकि भविष्य में कटाई काम और ई-डिस्ट्रिक्ट कार्य प्रभावित ना हों।
इस दौरान उपेंद्र यादव, सोभनाथ यादव, उपेंद्र कुमार, उपेंद्र नाथ राय, राधेश्याम, संजीव कुमार सिंह, मीना चौहान, पूजा रानी, सुष्मिता सिंह, माधवी राय, मुकेश कुमार, राजेश कन्नौजिया, कुंदन लाल आदि मौजूद रहे।