Ghazipur News: गाजीपुर के कोतवाली क्षेत्र की रजागंज चौकी में गुरुवार को एक लड़की ने अपने पिता के सामने ही हमीद सेतु पर खुद को गंगा नदी में कूद दिया। सूचना मिलते ही मौके पर पहुँची पुलिस ने स्थानीय गोताखोरों की मदद से उसकी खोज की, लेकिन उसका पता नहीं चल सका। गंगा में कूदने वाली युवती एक बीए तृतीय वर्ष की छात्रा थी।
गंगा में कूदने वाली युवती के पिता संतोष उपाध्याय ने बताया कि वह अपनी बेटी शालू की खोज में बाइक पर चलते हुए हमीद सेतु पर पहुंचे थे। उनके दौरान वे खुद को पुल पर चलते हुए उनकी बेटी को पैदल जा रही देखा। उपाध्याय बताते हैं कि जब वे अपनी बेटी से रुकने की अपील करने की कोशिश कर रहे थे, तो उनकी बेटी ने हाथ जोड़कर पुल से उनके सामने ही गंगा नदी में कूद लगाई। संतोष उपाध्याय ने बताया कि यह उनकी तीनों बेटियों में से सबसे बड़ी थीं। वह एक बीए तृतीय वर्ष की छात्रा थी और गांव में ही रहती थी।
सब्बलपुर खुर्द गांव, कोतवाली जमानियां में निवास करने वाले संतोष उपाध्याय ने यह भी बताया कि उन्होंने उस समय गांव से किसी काम के लिए बाहर जाने का निश्चय किया था। उनकी 20 वर्षीय बेटी शालू उपाध्याय ने एक पन्ने पर गाजीपुर जाने की बात कहकर अपनी मां को उस पन्ने को सौंप दिया था। उसने एक टेम्पो में सवार होकर गाजीपुर की यात्रा तय की। पिता ने बताया कि जब वे अपने घर वापस आए, तो उनकी पत्नी ने उन्हें वह कागज दिखाया। कागज को देखकर उन्हें शक हो गया। वे जल्दी से बाइक पर सवार होकर गाजीपुर की ओर रवाना हो गए। इसके बाद, उन्हें हमीद सेतु पर पहुंचते हुए दिखाई दी।
सूचना प्राप्त होने पर मौके पर पहुँची पुलिस ने स्थानीय गोताखोरों की सहायता से उसकी खोज में कठिनाईयों का सामना किया, लेकिन शालू का पता अब तक प्राप्त नहीं कर सका। उसकी खोज अब भी जारी है। रजागंज चौकी के प्रभारी भूपेंद्र कुमार निषाद ने बताया कि छात्रा की खोज कार्य में जुटे हुए हैं।