विद्युत विभाग द्वारा नियमित आपूर्ति के लिए किए गए दावे अब खोखले सिद्ध हो रहे हैं। पिछले सप्ताह से विद्युत आपूर्ति की स्थिति बार-बार बाधित होने से स्थिति दिन से दिन और भी खराब होती जा रही है। जितना कि लोग विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था में सुधार की मांग कर रहे हैं, उतनी ही ज्यादा विद्युत आपूर्ति की स्थिति पहले की तुलना में और भी खराब होती जा रही है।
नगर कस्बे की विद्युत आपूर्ति के लिए विद्युत अप केंद्र लाइनों की उपलब्धता के बावजूद, पिछले सप्ताह से नगरवासियों को विद्युत संकट का सामना करना पड़ रहा है। विद्युत विभाग के व्याप्त भ्रष्टाचार के कारण उपभोक्ताओं को दिन-प्रतिदिन नई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वक्त-समय पर रखरखाव के नाम पर दिन भर आपूर्ति को बंद रखने का दावा किया जाता है, लेकिन उपयोग के समय विद्युत आपूर्ति हमेशा की तरह बाधित हो जाती है।
इन सभी समस्याओं के संबंध में नगर के बिजली उपभोक्ताओं ने हमेशा से ही विभागीय अधिकारियों को सुधार के लिए ज्ञापन दिया है। लेकिन अधिकारियों द्वारा एक महीने में व्यवस्था में सुधार की भरोसा दिलाया गया था, जो अब बिलकुल नष्ट हो गया है। बिना बुनाई की क्षमता बढ़ाए बगैर विद्युत लाइनों का विस्तार किये भी विद्युत आपूर्ति की स्थिति लगातार खराब हो रही है।
बरसात के मौसम में प्रकोप बढऩे की चिंता के बीच ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की आवश्यकता पूरी नहीं होने से जंगली हाथियों के प्रकोप का भी सामना करना पड़ता है। इस तरह की असामान्य परिस्थितियों में आपूर्ति की बंदिश के कारण लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ता है। अक्सर मुख्य आपूर्ति स्रोत से आपूर्ति नहीं मिलने पर विकल्पिक स्रोत से नगर-कस्बों में मात्रिक आपूर्ति की प्रक्रिया शुरू की जाती है, और इस समय पूरे नगर-कस्बों में आपूर्ति बंद हो जाती है।
नगर में भी वोल्टेज की कमी के कारण विद्युत उपकरण सही तरीके से काम नहीं कर पा रहे हैं। गर्मियों के आगमन के साथ ही बिजली की मांग बढ़ने के कारण नियमित आपूर्ति की अभावना होने से उपभोक्ताओं को बड़ी मुश्किलें आने लगी है। इसके साथ ही, वोल्टेज की पर्याप्तता की कमी के कारण व्यवसायिक गतिविधियाँ भी प्रभावित हो रही हैं, जिसके परिणामस्वरूप व्यवसायिक वर्ग में भी विद्युत व्यवस्था के प्रति आक्रोश बढ़ गया है।
नगर में स्थित ट्रांसफॉर्मरों पर अधिक भार से उनकी क्षमता से अधिक भार होने के कारण आमतौर पर शाम के बाद वोल्टेज की समस्या सामने आती है। नगर में अधिकांश पुराने तार व्यवस्था को बनाए रखने के लिए समय-समय पर मरम्मत नहीं की जाती है, जिसके कारण पेयजल की व्यवस्था भी प्रभावित हो रही है। इस तरह की अनियमित आपूर्ति के कारण बिजली के नुकसान का सबसे अधिक प्रभाव नगर की पेयजल व्यवस्था पर पड़ रहा है। कई बार मोटर की बंदिश के कारण जल पंपिंग स्टेशन तक पानी पहुँचाने में समस्या आती है।
पिछले सप्ताह से एक घंटे के अंतराल में आपूर्ति की बंदिश के चलते स्थिति बिगड़ रही है, जिसके कारण विभाग निरंतर न समस्या के कारणों का पता लगा पा रहा है, और आपूर्ति बंद होने पर स्थानीय स्थानों में जांच करने पर पता चलता है कि आपूर्ति बंद है या फिर लोकल स्रोतों के तारों के कारण खराब हो रही है, और इसकी सुधार कार्यवाही की जा रही है। इस संदर्भ में, एसडीओ विजय कुमार ने बताया है कि विद्युत आपूर्ति के मुद्दों का शीघ्र हल करने के लिए प्रयास जारी है।