व्यापारियों ने डीआरएम वाराणसी को पत्र भेजकर अपने प्रस्ताव में बताया है कि वे बनारस-गोरखपुर इंटर सिटी एक्सप्रेस को चलाने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने यह साझा किया कि जनता की सुविधा के लिए, विभिन्न स्थानों से मऊ, भटनी, वाराणसी जाने के लिए रेलमार्ग ही एक विशेष विकल्प हो सकता है।
गोरखपुर में चल रहे रिमांडलिंग यार्ड के कार्य के कारण 15103/15104 बनारस-गोरखपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस की सेवाएँ रद्द की गई हैं, जिससे इस रूट के सामान्य यात्री कई सुखदायी तकलीफों का सामना कर रहे हैं। यह ट्रेन बनारस से लेकर भटनी तक लोगों के लिए जीवनरेखा का काम करती है। दूरस्थ महानगरों से आने वाले यात्री सुबह इस ट्रेन में उठकर बनारस से भटनी तक अपने गंतव्यस्थल पहुंचते हैं।
उसी दिशा में, सामान्य व्यापारी, मरीज, और यात्री अपनी यात्रा को मऊ से लेकर गोरखपुर तक के लिए इसी ट्रेन का सहारा लेते हैं। व्यापारिक जगत ने मांग की है कि इसी तरह कुछ ट्रेनों को शॉर्ट टर्मिनेट करके चलाने की प्रक्रिया को यहाँ भी अपनाया जाए, जैसे 15103/15104 बनारस-गोरखपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस को रेलवे की सुविधा के अनुसार बनारस से देवरिया या भटनी तक चलाया जा सकता है।
इस मौके पर व्यापारी नेता प्रमोद वर्मा, अशोक गुप्ता, प्रमोद जायसवाल, कन्हैया मोदनवाल, दुर्गा प्रसाद, अशोक जायसवाल, धर्मेंद्र चौरसिया, विजय गुप्ता, गोपाल मद्धेशिया, रविंद्र चौरसिया, प्रशांत सिंह, मुकेश वर्मा, संतोष सोनकर समेत प्रमुख व्यापारी मौजूद थे।