ताजा जानकारी के अनुसार, गाजीपुर जिले में 3 माह बाद ईसीआर के अंतर्गत आने वाले अतिप्राचीन ताड़ीघाट-दिलदारनगर/ Tadighat-Dildarnagar ब्रांच लाइन पर बेमुआ से दिलदारनगर जंक्शन तक शेष बचे 13 किलोमीटर लंबे रेल लाइन के पीक्यूआरएस (प्लासर क्विक रिलेयिंग सिस्टम) वर्क के लिए दूसरे चरण की टेंडर की प्रक्रिया महकमें के द्वारा पूरी की गई है।
इसके साथ ही इस रेल परियोजना के लिए करीब 5 करोड़ रुपये की धनराशि भी जारी कर दी गई है। उम्मीद है कि इस काम की शुरुआत जल्द ही होगी और समयबद्धता से पूरा किया जाएगा। परियोजना के उद्घाटन के बाद नए साल की शुरुआत में इस रूट पर विभिन्न प्रकार के ट्रेनों का संचालन निर्बाध गति से शुरू होगा, जिससे इस क्षेत्र के साथ ही जिले और अन्य स्थानों के लोगों को भी लाभ मिलेगा।
यह पीक्यूआरएस वर्क 9 मार्च को पूरे तामझाम के साथ शुरू किया गया था, और इसे अगले 45 दिनों में 24 अप्रैल 2023 तक पूरा करने के लिए सख्त निर्देश थे, पर 4 महीने बाद भी 16 किलोमीटर की जगह मात्र 3 किलोमीटर तक ही यह वर्क पूरा हो सका था। इसके बाद रेलवे ने धीमे काम को देखते हुए उक्त कम्पनी का टेंडर निरस्त कर दिया। ज्ञात हो कि इस मशीन की एक दिन में 260 मीटर तक पुराने पटरियों और स्लीपरों को हटाकर इनकी जगह नए को लगाने की क्षमता है।
मानवीय चूक की कमी होने की संभावना है
इस रूट पर 52 किलो पुरानी रेल की जगह 60 किलो की नई रेल जो 260 मीटर लंबी लेंथ की लगाई गई है। महकमें के अनुसार पीक्यूआरएस सिस्टम से बदल दी गई है। पटरियां बहुत अधिक मजबूत होने के साथ ही इनमें मानवीय चूक और तकनीकी खामी की सम्भावना नहीं रहती है। इस संबंध में पीडब्लूआई दिलीप कुमार ने बताया कि शेष बचे 13 किलोमीटर लंबी लाइन के पीक्यूआरएस कार्य के दूसरे चरण का टेंडर मंजूर हो गया है। जल्द ही यह काम शुरू हो जाएगा, जिसे समय रहते पूरा कर लिया जाएगा।