गाजीपुर में सुंदरीकरण के नाम पर विकास भवन परिसर में हरे पेड़ काटने के विरोध में राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने धरना दिया। विकास भवन में राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के जिलाध्यक्ष दुर्गेश कुमार श्रीवास्तव ने सुबह से सत्याग्रह आंदोलन का शुभारंभ किया गया।
मालूम हो कि विकास भवन के प्रांगण में स्थित हरा पेड़ को काटे जाने को लेकर मुख्य विकास अधिकारी को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया गया था कि हरा पेड़ काटने में जो भी जिम्मेदार व्यक्ति है उसके ऊपर विधिक कार्रवाई की जाए। कहा गया है कि एक तरफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा 22 जुलाई से वन महोत्सव मनाया जा रहा है, वहीं विकास भवन के प्रांगण से हरे पेड़ का काटा जाना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने मुख्य विकास अधिकारी सहित जिला प्रशासन से मांग की कि दोषी के ऊपर कारवाई की जाए। धरना स्थल पर पहुंचकर रेंजर नम्रता सिंह द्वारा एफआईआर की कॉपी दी गई और सत्याग्रह कर रहे पदाधिकारियों को आश्वस्त किया गया कि 23 पेड़ काटे गए हैं। उससे अधिक 46 पेड़ टी गार्ड सहित विकास भवन में 15 अगस्त तक लगाए जाएंगे।
दुर्गेश कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि किसी भी अधिकारी के खिलाफ व्यक्तिगत आंदोलन नहीं होता है, उनकी नीतियों का विरोध किया जाता है। मामले को लेकर जिला विकास अधिकारी सुभाष चंद्र सरोज, उप जिला अधिकारी निशांत उपाध्याय, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी हेमंत राव के हस्तक्षेप पर वार्ता के बाद सत्याग्रह 15 अगस्त तक स्थगित किया गया।
आंदोलन में यह लोग रहे शामिल:
सत्याग्रह में ओंकार नाथ पांडेय, आलोक राय, विजय सिंह, शम्मी सिंह, अभय सिंह, नागेश सिंह, धर्मेंद्र सिंह, मांधाता, मनोज सिंह, मनोज यादव, प्रशांत कुमार, अमित कुमार, रवि सिंह, अजमत, कुंदन सिन्हा, हरिशंकर, राजेश कुमार, रोशन लाल, जयप्रकाश, रफीउल्लाह, हनुमान राम, अवतार, गोविंद, गोपाल खरवार, आशुतोष, सहित कई लोग मौजूद रहे।