गाजीपुर जिले में सोमवार के मुकाबले गंगा के जलस्तर में वृद्धि की गति कम हो गई है। हालांकि, अभी भी प्रति घंटे दो सेंटीमीटर की गति से पानी बढ़ रहा है, जिसने चेतावनी संकेत क्षेत्र की ओर प्रसारित हो दिया है। तटवर्ती गांवों के लोगों में बेचैनी में वृद्धि हुई है क्योंकि जलस्तर की वृद्धि के कारण उनकी फसलों को डूबने का खतरा महसूस हो रहा है।
आपदा विशेषज्ञ अशोक राय ने बताया कि गंगा का जलस्तर दो सेंटीमीटर की गति से बढ़ रहा है। मंगलवार सुबह आठ बजे तक गंगा का जलस्तर 61.370 मीटर पर पहुंच गया है। यह जलस्तर सोमवार को 60.540 मीटर पर था। उन्होंने बताया कि जिले में 61.550 मीटर पर एक चेतावनी बिंदु है। वर्ष 2022 में आई बाढ़ के समय जलस्तर 64.390 मीटर तक पहुंच गया था।
उसी तरह, वर्ष 2021 की बाढ़ में उच्च जलस्तर 64.680 मीटर तक पहुंच गया था, जबकि वर्ष 2019 में उच्च जलस्तर 64.530 मीटर तक पहुंच गया था। एडीएम वित्त अरुण कुमार सिंह ने बताया कि खतरे के प्रति सतर्क रहकर तटवर्ती गांवों के लोगों को जागरूक किया जा रहा है।