Type Here to Get Search Results !

Recent Gedgets

Trending News

बलिया में आशियानों को निवाला बना रही घाघरा नदी की बेकाबू लहरे

आपदा के समय अवसर की तलाश में, सुरेमनपुर दियराचंल के गोपालनगर टाड़ी पर कटान एक बार फिर तेज गति से आरंभ हो गया है। एक सप्ताह पहले ही सुरेश यादव, अनिल यादव और जितेंद्र यादव के घर को सरयू नदी ने विलीन कर दिया था। इसी बीच, 24 घंटे के अंदर एक तेजी से बढ़ी कटान ने लालपति यादव और मैनेजर यादव के घर को भी अपने प्रभाव में लिया। गोपालनगर टाड़ी पर कटान तेज होने पर, ग्रामीणों की बेचैनी भी बढ़ जाती है।

flood-in-ballia-uncontrollable-waves-of-ghaghra

सरयू नदी की कटान ने कई परिवारों को सड़क पर धकेल दिया है, लेकिन उनकी दुखद परिस्थिति को कोई नहीं समझ पा रहा है। दो साल में तीस से चालीस परिवारों के घर सरयू की कटान में लिपट चुके हैं। कटान से बेघर होने वाले परिवारों के बारे में कोई सोचने वाला भी नहीं है। इस वर्ष, जिनके घर कटान में लिपट गए हैं, वे गोपालनगर बालू पर अपना ठिकाना बना रहे हैं। सुरेश यादव, भगवान यादव, और श्रीराम यादव ने बताया कि हमारे परिवार में कुल 20 से 25 लोग हैं और हम माल मवेशी पालते हैं। इसलिए हमें अपने मालकी घरों में जाना सही नहीं लगा।

हमने गोपालनगर टाड़ी पर पक्के घर बनवा लिए थे, लेकिन कौन जानता था कि घरों की जगह कटान में चली जाएगी। सुरेश यादव ने बताया कि उनके पास पांच एकड़ उपजाऊ खेत भी थे, लेकिन पहले खेत कटान में जा चुका था, फिर घर भी ले लिया गया। इस समय, कटान पीड़ित लोग ने तहस-नहस करके बरसात से अपने घरों की सुरक्षा के लिए माड़क डालने में समय बिताया है। कटान से सब कुछ तबाह हो गया है।

कटान पीड़ितों का कहना है कि फ्लड फाइटिंग द्वारा बांधों की बनाई गई बांधें उन्हें बचाने के लिए बम्बू क्रेट विधि का उपयोग किया जा रहा है, लेकिन कटान तेजी से बढ़ रहा है। कटान रोधी कार्यों के नाम पर लूटपाट और अनियंत्रितता फैल गई है। इस आपदा के समय, विभाग नए अवसरों की तलाश कर रहा है, जो कटान के पीड़ितों को मदद कर सकें।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

Top Post Ad