यूपी के गाजीपुर जिले के हमीद सेतु से गुरुवार शाम करीब 5 बजे एक छात्रा ने पिता के सामने ही गंगा नदी में छलांग लगा दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय गोताखोरों की मदद से उसकी काफी खोज की, लेकिन पता नहीं चल सका। पिता पुत्री को रुकने की आवाज लगाता रहा, लेकिन बेटी ने हाथ जोड़ते हुए छलांग लगा दी।
जमानिया कोतवाली के सब्बलपुर खुर्द निवासी संतोष उपाध्याय ने बिलखते हुए पुलिस को बताया कि वे किसी काम से गांव गए थे। उनकी पुत्री शालू उपाध्याय (20) ने एक पन्ने पर गाजीपुर जाने की बात कहकर अपनी मां को देकर टेंपो से निकल पड़ी।
3 बहनों में सबसे बड़ी थी शालू
जब वह अपने घर आए तो पत्नी ने पुत्री द्वारा लिखा कागज दिखाया, तो उन्हें शक हुआ और वह बाइक लेकर गए। पिता ने बताया कि वह बाइक से अपनी पुत्री की तलाश में हमीद सेतु पर पहुंचे, तो उनकी नजर पुल पर पैदल जा रही पुत्री पर पड़ी। बताया कि जब मैंने अपनी पुत्री को रुकने के लिए आवाज लगाई, तो उसने हाथ जोड़ते हुए पुल से उनके सामने ही नदी में छलांग लगा दी।
बिलखते हुए पिता ने बताया कि वह काफी होनहार और अपने तीनों बहनों में सबसे बड़ी थी। वह बीए तृतीय वर्ष की छात्रा थी। इस संबंध में रजागंज चौकी प्रभारी भूपेंद्र कुमार निषाद ने बताया कि छात्रा की तलाश की जा रही है।