सैदपुर नगर निवासी एक विद्युत कर्मचारी ने रविवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उस समय घर में कोई नहीं था। काफी देर बाद कमरे का दरवाजा नहीं खुलने पर जब परिजन ने दरवाजे का लॉक तोड़कर अंतर दाखिल होने का प्रयास किया, तो उन्हें घटना का पता चला। पुलिस को सूचना दिए बिना ही परिजनों ने मृतक का अंतिम संस्कार कर दिया।
नगर के वार्ड संख्या 4 निवासी कंचन कुमार (32) पुत्र राम अवतार राम सैदपुर विद्युत विभाग में काम करता था। शनिवार को उसके माता-पिता और भाई बाहर गए हुए थे। घर पर कोई नहीं था। काफी देर बाद जब उसका छोटा भाई देवेंद्र घर लौटा, तो उसने देखा कि बड़े भाई कंचन के कमरे का दरवाजा अंदर से बंद है। बाहर से दरवाजा खटखटाते हुए छोटे भाई ने कई बार बड़े भाई कंचन से दरवाजा खोलने की कोशिश की। लेकिन दरवाजा नहीं खुला।
कमरे के रोशनदान से जब छोटे भाई ने अंदर झांक कर देखा, तो वह अवाक रह गया। उसने देखा कि बड़ा भाई कंचन पंखे से फांसी लगाकर झूल रहा है। आसपास के लोगों के सहयोग से तत्काल दरवाजे का लॉक तोड़ा गया। इसके बाद सभी ने फंदे पर झूल रहे कंचन को नीचे उतारा। घटना की सूचना मिलते ही थोड़ी देर में कंचन के माता-पिता भी घर पहुंच गए।
अचानक होने वाले घटना में परिजनों ने पुलिस को सूचना दिए बिना ही वार्ड में ही पास स्थित कोट घाट पर कंचन की अंतिम संस्कार कर दी। मृतक कंचन तीन भाइयों में सबसे बड़ा था, उनमें सरस और देवेंद्र शामिल थे। कंचन के पिता रामअवतार ने बताया कि बीते कुछ दिनों से कंचन मानसिक रूप से परेशान चल रहा था। हालांकि हमने यह नहीं सोचा था कि वह ऐसा कदम उठा सकता है।