मिर्जामुराद क्षेत्र के भड़ेहारा में शुक्रवार को सुबह तड़के से हाईवे से सटे ढाबे के संचालक की गला रेत करके हत्या कर दी गई। इस खबर के अनुसार, 30 वर्षीय मोनू पांडेय रूपापुर में हाइवे के किनारे स्थित विवान ढाबा एवं रेस्टोरेंट का संचालन करते थे, जिनके साथ गांव के कुछ लोगों के साथ कई दिनों से विवाद चल रहा था। तड़के सुबह शुक्रवार को वहां ही उनकी गला रेतकर हत्या कर दी गई।
मृतक के भाई जब ढाबे पर पहुंचे, तो उनके भाई की मृत अवस्था में देखकर उनका शोकपूर्ण रोना शुरू हो गया। इस दौरान घटनास्थल पर सैकड़ों लोगों की भीड़ जुट गई। मिर्जामुराद पुलिस को इस घटना की सूचना मिलते ही वह घटनास्थल को बैरिकेड करके जांच में लग गई। उसी समय परिजनों को सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचकर वे रोने बिलखने लगे और प्रयागराज वाराणसी हाइवे को चक्का जाम कर दिया। उन्होंने गुनहगारों की गिरफ्तारी की मांग की।
मामले की सीरीज को देखते हुए कई थानों की पुलिस टीम, जिसमें डीसीपी गोमती जोन के विक्रांत वीर, एडीसीपी टी सर्वणन और एसीपी राजातालाब के अंजनी राय भी शामिल थे, परिजनों को समझाने के लिए पहुंची। लेकिन परिजनों ने घंटों तक चक्का जाम किया। घटना स्थल पर डॉग स्क्वायड की टीम ने सुराग ढूंढने में मदद की। मृतक दो भाई में बड़े भाई थे, और भड़ेहरा में विवान ढाबा एवं रेस्टोरेंट का संचालन करते थे।
मृतक की पत्नी करिश्मा पांडेय तथा बच्चे विवान, माता परमिला देवी और छोटे भाई विशाल पांडेय भी उपस्थित थे, और वे सभी घटनास्थल पर रोते बिलखते रहे। मृतक के पिता की लंबी बीमारी के कारण एक साल पहले ही मौत हो चुकी थी, और छोटे भाई मानसिक रूप से कमजोर थे, जिसके कारण बड़े भाई ने ही परिवार की जिम्मेदारी उठाई थी। उस दिन परिजनों के चक्का जाम के चलते लगभग दो घंटे तक हाइवे पर जाम था, लेकिन डीसीपी विक्रांत वीर के समझाने पर जाम समाप्त हुआ।
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