चंदौली जिले के बलुआ थाने की पुलिस ने रामगढ़ गांव में हॉकी और रॉड लेकर तांडव करने वाले दस उपद्रवियों को गिरफ्तार कर लिया है, जो घटना के पांच दिन बाद शुक्रवार को हुआ। हालांकि सोशल मीडिया पर घटना का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस सक्रिय हो रही है। पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। इसके साथ ही घटना के पीछे के सच्चाई की जाँच भी चल रही है।
13 अगस्त को बलुआ के रामगढ़ गांव में दर्जनों की संख्या में युवक हॉकी और रॉड लेकर एक दुकान के ऊपर पत्थरबाजी कर रहे थे। इन उपद्रवियों का तांडव कई घंटों तक जारी रहा। इसके बाद इन उपद्रवियों का वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित हो गया। इसके बाद लोगों ने कानून व्यवस्था को लेकर पुलिस प्रशासन के अधिकारियों पर सवाल उठाना शुरू कर दिया। इसके परिणामस्वरूप, पुलिस ने 16 अगस्त को घटना के संबंध में मुकदमा दर्ज करके उपद्रवियों की गिरफ्तारी की कार्रवाई की।
शुक्रवार को बलुआ पुलिस ने घटना में शामिल महराजगंज गांव के उपेन्द्र यादव, अरविन्द कुमार बिन्द, विकाश यादव, गोपाल यादव जिन्हें डड्डू यादव के नाम से भी जाना जाता है, आशु यादव, गजेंद्रपुर के अमित कुमार जिन्हें साहब यादव के नाम से भी जाना जाता है, जितेन्द्र जिन्हें दुर्गेश यादव के नाम से भी जाना जाता है, बरिया के मुलायम जिन्हें बृजेश यादव के नाम से भी जाना जाता है।
थानाध्यक्ष विनय प्रकाश सिंह ने बताया कि आरोपियों ने रामगढ़ गांव में एक घर और एक दुकान पर ईंट पत्थर से पथराव किया था। इससे दहशत और आतंकित माहौल पैदा हुआ था, और जान से मारने की धमकी भी दी गई थी। इस मामले में दस लोगों की गिरफ्तारी की गई है। पुलिस टीम में थानाध्यक्ष विनय प्रकाश सिंह, अमित कुमार सिंह, मुनीराम यादव, राजदेव राम, विजय शंकर, राजकुमार, लक्ष्मण, विशाल यादव शामिल थे।