बलिया में सरयू नदी की बलखाती लहरें शुक्रवार को डेंजर लेवल पार कर गईं। नदी की लहरों द्वारा तटवर्तीय क्षेत्र के लोगों की चिंता बढ़ गई है। नदी का तेवर देखकर तटबंधी इलाके के लोग बाढ़ के खतरे से सहम गए हैं। वहीं, किसानों की परवल आदि की फसलें जलमग्न हो गई हैं, जिससे उन्हें आर्थिक क्षति का सामना करना पड़ रहा है।
पिछले सालों में नदी की तबाही का दृश्य देखकर तटवर्तीय इलाके के लोग भी हिल गए थे। बलिया में हाल ही में नदी गंगा की प्रचंड लहरों ने खतरे के निशान को पार करके तटबंधीय इलाके के लोगों के लिए खतरा बढ़ा दिया था। गंगा नदी की बलखाती लहरों का तनाव अभी भी लोगों की मनोबल से ऊपर उठ रहा था कि सरयू नदी ने आँख फड़कर देने की शुरुआत कर दी है।
इस समय नदी के जलस्तर में पिछले कुछ दिनों से उतार-चढ़ाव दिखाई दे रहा है। शुक्रवार को नदी की लहरें डीएसपी हेड गेज पर लाल निशान पार कर गईं। डीएसपी हेड गेज पर खतरा बिन्दु 64.01 मीटर पर है, जबकि उस दिन शाम को नदी का जलस्तर खतरा बिन्दु 64.01 के सापेक्ष 64.54 मीटर तक बढ़ गया था। सरयू नदी में एक सेमी प्रति घंटे की गति से बढ़ाव जारी है। नदी के जलस्तर में बढ़ते हुए तटबंधीय इलाके के लोगों में चिंता बढ़ गई है।