गाजीपुर के ताड़ीघाट में 15 दिनों से ग्रामीणों का धरना जारी है, जिसके माध्यम से ट्रेन और स्टेशन को फिर से चालू करने की मांग की जा रही है। जब तक इस मांग को पूरा नहीं किया जाता, ग्रामीण आज से ही क्रॉसिंग के पास आमरण अनशन शुरू कर दिया है। इस बारे में पुलिस प्रशासन और रेलवे अधिकारियों को सूचित करने पर हड़कंप मचा है। सदर्न अवस्था में, एसडीएम डा. हर्षिता तिवारी, सीओ विधि भूषण मौर्य, आरपीएफ इंस्पेक्टर बाल गंगाधर, सुहवल थानाध्यक्ष और भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर मौजूद थे।
अधिकारियों ने भूख हड़ताल को रोकने की मांग की है, और इसे सोमवार तक स्थगित करने की आग्रह किया है, लेकिन ग्रामीण इससे पीछे हटने के लिए तैयार नहीं हुए। प्रशासनिक अधिकारियों ने लगभग एक घंटे तक मनाही की कोशिश की, लेकिन वार्ता सफल नहीं हुई। आंदोलनरत लोगों ने तीन बिंदुओं की मांगों का पत्रक एसडीएम को सौंपा है। उन्होंने उच्चाधिकारियों के पास इस मांग पत्र को पहुंचाने की आश्वासन दिया है। इसके बाद, ग्रामीण भूख हड़ताल स्थल पर चले गए हैं।
लाइन को दोहराया जाएगा
इस दौरान, आंदोलनरत लोग ने रेलवे और जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। ताडीघाट रेलवे बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले आंदोलनकारियों को अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा युवा के जिलाध्यक्ष राजकुमार सिंह ने संबोधित किया है और कहा है कि हम अपने संघर्ष से कदापि पीछे नहीं हटेंगे। हम ट्रेन और स्टेशन के लिए लड़ेंगे, चाहे इसके लिए हमें कुछ कुर्बानियां देनी पड़े। उन्होंने कहा कि ताडीघाट स्टेशन को पूर्व की भांति संचालित किया जाना चाहिए। ताडीघाट स्टेशन से नए स्टेशन तक संपर्क मार्ग का निर्माण, पुराने ताडीघाट स्टेशन की प्राथमिकता को ध्यान में रखते हुए रेलवे लाइन को दोहराया जाना चाहिए।
ग्रामीणों की मांग जल्दी पूरी की जाए
योगीहर्ष सिंह ने कहा कि अगर रेलवे के उच्चाधिकारी हमारी मांगों को पूरा नहीं करते हैं, तो हम इससे भी बड़े जनांदोलन की आवाज उठाएंगे, और जिला प्रशासन के साथ साथ रेलवे की जमीन नीचे खिसक जाएगी। हमें मजबूर नहीं किया जाना चाहिए, और हमारी मांगों को जल्दी पूरा किया जाना चाहिए, ताकि क्षेत्रीय जनता को सुविधा मिल सके।
भूख हड़ताल पर बैठे हुए लोगों में शामिल हैं: राजकुमार सिंह (जिला अध्यक्ष, क्षत्रिय महासभा युवा), योगीहर्ष सिंह, राहुल सिंह, सुरेन्द्रनाथ भारती, रामश्रय राम, अन्नत सिंह, सुखबीर सिंह, अजीत सिंह। इस अवसर पर उपकार, अनिल, प्रवीण, रामदयाल, अनुराग, लालजी, हरिशंकर और अन्य मौजूद रहे।