लहुरी काशी गाजीपुर जनपद के सैदपुर, सावन के पहले सोमवार को हर हर महादेव और बोल बम के नारों से गूंज उठा। सोमवार की सुबह से ही हजारों की संख्या में शिव भक्त गंगा स्नान कर सैदपुर नगर में स्थित प्रसिद्ध बूढ़ेनाथ महादेव मंदिर पर भगवान भोलेनाथ की दर्शन पूजा करते रहे। मंदिर जाने वाले सभी मार्गों पर बैजनाथ धाम जाने वाले कांवरियों के जत्थे, झांकी के साथ भक्ति गानों पर झूमते गाते रहे।
सावन के पहले सोमवार को भोर में 4 बजे, बूढ़ेनाथ महादेव मंदिर पर भगवान भोलेनाथ को भोग चढ़ाकर उनकी आरती उतारी गई। इसके बाद भगवान भोलेनाथ की दर्शन पूजा करने के लिए शिव भक्तों की लंबी कतार लग गई। गंगा स्नान कर शिवभक्त भगवान को उनकी पसंद अनुसार पुष्प, भांग, गंगाजल, दूध, बेलपत्र, भस्म, चंदन आदि चढ़ाते रहे। पूरा मंदिर क्षेत्र हर हर महादेव के नारों से पूरे दिन गूंजता रहा।
बूढ़ेनाथ महादेव मंदिर में स्थापित है, भगवान श्री राम के हाथों से शिवलिंग
मान्यता है कि अपने 14 वर्षों के वनवास के दौरान नदी मार्ग से जाते हुए, भगवान श्री राम संध्या होने पर सैदपुर में गंगा के तट पर रुके। अगली सुबह उन्होंने गंगा स्नान कर, वहां मिट्टी से शिवलिंग स्थापना की। इसके बाद भगवान श्री राम सहित देवी सीता और उनके भ्राता लक्ष्मण ने विधिवत शिवलिंग की पूजा अर्चना की। तत्पश्चात सभी आगे निकल गए। सैकड़ों वर्षों बाद एक चरवाहा नदी किनारे बकरी चराते हुए विशेष स्वप्न देखा। जब उसने झाड़ियों को साफ किया, तो उसे शिवलिंग दिखाई दिया। घर पहुंचने पर उसने इस घटना को गांव वालों और अपने घर के लोगों को बताया। तब से लोग बूढ़ेनाथ महादेव की पूजा अर्चना करते आ रहे हैं। मान्यता है कि सच्ची आस्था और विश्वास के साथ यहां पूजा करने वाले सभी भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
बैजनाथ धाम के लिए जाने वालेभगवान शिव के भक्तों के जत्थे गंगाजल लेकर बैजनाथ धाम जाने वाले क्षेत्र के कांवरियों में विशेष आकर्षण का केंद्र बने रहें। हजारों महिला और पुरुष शिव भक्तों ने इस यात्रा में भगवान की शोभायात्रा निकाली। इस दौरान भक्ति गानों के संगीत पर झूमते शिव भक्त रास्ते पर नाचते रहे। शोभायात्रा में शामिल वाराणसी से आए कलाकारों ने विभिन्न देवी-देवताओं के रूप में भगवान शंकर-पार्वती का नृत्य प्रस्तुत किया और दर्शकों को भावविभोर किया। कांवरियों की शोभायात्रा नगर में भ्रमण करते हुए पहले काली मंदिर पहुंची। इसके बाद सभी ने बूढ़ेनाथ महादेव मंदिर पहुंचकर भगवान की दर्शन पूजा की।
तपती सड़क पर लेटकर भगवान शिव के भक्तों ने लोगों की उपेक्षा के बावजूद बहुत कठिन भक्ति दिखाई। इन भक्तों की अनुशासन पूर्वक तपती सड़क पर 1 किलोमीटर दूर तक लेटे हुए मंदिर पहुंचे। इन वफादार शिव भक्तों की भक्ति को देखकर नगर के लोग सड़क को ठंडा करने के लिए अपने घरों से पानी की बौछार करते रहे। इसके साथ ही लोग अपने घरों की छत से कांवरियों और अन्य शिव भक्तों के जत्थों पर पुष्प वर्षा भी करते रहे।
बूढ़ेनाथ महादेव प्रबंध समिति के साथ-साथ उप जिलाधिकारी डॉ. पुष्पेंद्र पटेल, चेयरमैन सुशीला सोनकर, अधिशासी अधिकारी आशुतोष त्रिपाठी, कोतवाल वंदना सिंह, सभासद बृजेश जयसवाल, सुनील यादव सहित सभी सदस्यों ने मंदिर की व्यवस्था में सहायता की।