सैदपुर क्षेत्र के निंदिपुर निवासी राधेश्याम यादव ने गाजीपुर के युनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में चमक दिखाई। भीमापार क्षेत्र के निंदिपुर निवासी राधेश्याम यादव ने 77 किलोग्राम भार वर्ग के एशियन ग्रैपलिंग स्पर्धा के अस्थाना शहर में आयोजित प्रतियोगिता में नेकली प्रतियोगिता का सामना किया। उन्होंने कजाकिस्तान, फिलीपींस, ईरान और अंत में कजाकिस्तान के पहलवान नुरबेक तलबुद्दीन को हराकर रजत पदक जीता। इससे उन्होंने अपने जिले का नाम चमकाया।
करमपुर स्थित मेघबरन स्टेडियम का प्रशिक्षु खिलाड़ी राधेश्याम यादव, सेना की ओर से भारत का प्रतिनिधित्व करने का मौका प्राप्त किया था। वे वर्तमान में सेना में कार्यरत हैं। शनिवार को सिधौना सैदपुर सहित करमपुर में उनके पदक विजयी होने के अवसर पर स्वागत की तैयारियां चल रही थीं। लेकिन अचानक, सेना मुख्यालय से डायरेक्टर जनरल की बुलावट के चलते राधेश्याम बीच रास्ते ही उड़ीसा के लिए वापस लौट गए। राधेश्याम ने फोन पर बताया कि उन्होंने बीते दिनों आयोजित एशियन ग्रैपलिंग चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व किया था। उन्हें युनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग के माध्यम से एक रजत पदक प्राप्त हुआ था, और इससे साथ ही उन्हें सेना के कार्यरत होते हुए भारत का गर्व हो रहा था।
राधेश्याम के योगदान से पूरा जिला गौरवान्वित है। कोच सुरेंद्र प्रताप के मार्गदर्शन में हमारे दांव पेच ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर शानदार प्वाइंट हासिल किया। पांच मिनट के मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स में डबल और सिंगल लेग अटैक से हमने बेहतरीन प्रदर्शन किया और अच्छे प्वाइंट्स को हासिल किया। करमपुर स्टेडियम के संरक्षक अनिकेत सिंह ने बताया कि सेना में सम्मानित होने की वजह से राधेश्याम के स्वागत का कार्यक्रम बढ़ा दिया गया। यहां बताना अनिवार्य है कि राधेश्याम किसान कन्हैया के एकमात्र पुत्र हैं और उनके उपलब्धि से पूरे जिले को गर्व हो रहा है।