धर्मांतरण कराने के आरोप में बड़ेसर गांव स्थित चर्च के फादर समेत सात लोगों के गिरफ्तारी के बाद चर्च की फंडिंग की जांच की मांग होने लगी है। इससे संबंधित, मंगलवार को अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा युवा के जिलाध्यक्ष राजकुमार सिंह ने अपने संगठन के कार्यकर्ताओं के साथ उपजिलाधिकारी डॉ. हर्षिता तिवारी को एक पत्रक सौंपा।
पत्रक सौंपकर मांग की चर्च समेत भवन को भी सीज किया जाए। जिलाध्यक्ष का कहना है कि बड़ेसर गांव स्थित गांव में 12 साल से ईसाई धर्म सभा की आड़ में झाड़ फूंक, कैंसर तथा गंभीर रोगों का इलाज कराने समेत पैसों का लालच देकर गरीब, अशिक्षित महिलाओं को बरगलाया जाता है। साथ ही हिंदू देवी देवताओं के बारे में आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग भी किया जाता है।
राजकुमार सिंह ने कहा कि इस मामले को गंभीरता से देखते हुए, चर्च स्थल भवन को तत्काल सीज की कार्यवाही की जाए। इसकी फंडिग की विभागीय स्तर पर जांच कराई जाए। ऐसा नहीं करने पर संगठन के कार्यकर्ता सर्व समाज के लोग आंदोलन चलाने को मजबूर होंगे। जिसकी सारी जिम्मेदारी स्थानीय अधिकारियों की होगी। इस पर उपजिलाधिकारी ने जांच कराने का भरोसा दिलाया।
महिला समेत 7 को जेल भेजा गया है
बीते रविवार को प्रार्थना सभा की आड़ में धर्मांतरण कराने की शिकायत पर चर्च के फादर विनोद पास्टर सहित सात लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इनमें एक महिला भी शामिल थी। उनके खिलाफ केस दर्ज कर जेल भेज दिया गया।