हेलो दोस्तों क्या आप लोगों गाज़ीपुर जिले के 15 रोचक तथ्य के बारे में जानना चाहते है तो आप बिल्कुल सही जगह आये है तो आइए शुरू करते हैं...
- पौराणिक कथाओं के अनुसार इसे राजा गांधी ने बताया था तब इसका नाम गांधीपुर था।
- वैदिक काल में गाजीपुर घने वनों से ढका था और उस समय यहां कई संतों के आश्रम थे। इस स्थान का संबंध रामायण से भी है कहा जाता है कि महर्षि परशुराम के पिता जमदग्नि यही रहते थे प्रसिद्ध गौतम महर्षि और चवन ने यही शिक्षा प्राप्त की थी।
- गाजीपुर की स्थापना तुगलक वंश के शासनकाल में सैयद मसूद गाजी के द्वारा की गई थी।
- गाजीपुर जिले का गांव बारा मुगल बादशाह हुमायूं और शेरशाह के ऐतिहासिक चौसा युद्ध का साक्षी है. यह शेरशाह ने हुमायूं को पराजित कर दिया था और हुमायूं भाग खड़ा हुआ था।
- विरो की भूमि वाले इस जिले में चीन यात्री ह्वेनसांग ने इस क्षेत्र का दौरा किया था और इस स्थान को चंचु यानि युद्ध क्षेत्र की भूमि के रूप में वर्णित किया था।
- 1764 ईस्वी में ईस्ट इंडिया कंपनी ने मुगलो को हरा कर ग़ाज़ीपुर जीता कंपनी ने रिचर्डसन को एक न्यायाधीश के रूप में पोस्ट किया और रोबोट वोरलो के इस जिले का पहला कलेक्टर बनाया वर्तमान में यह जिला वाराणसी मंडल के अंतर्गत आता है।
- सन 1820 अंग्रेजों द्वारा बनाई गई अफीम फैक्ट्री एशिया की सबसे पुरानी और बड़ी फैक्ट्री है जो आज भी सरकार के द्वारा संचालित है।
- पहली भारतीय वैज्ञानिक सोसाइटी की स्थापना 1862 में सर सैयद अहमद खान द्वारा की ग़ाज़ीपुर में गई थी जिसका उद्देश्य नवीनतम पश्चिमी ज्ञान का उपयोग भारतीय विज्ञान तकनीकी और उद्योगों में हो सके।
- एशिया का सबसे बड़ा गांव गहमर इसी जिले में पड़ता है।
- गहमर गांव के हर गर से एक सैनिक है जो देश के लिए अपने प्राणों को न्यौछावर के लिए हमेशा तैयार हैं।
- गंगा गंगोत्री से गंगासागर तक के बीच सिर्फ जिले के ज़मानिया में ही गंगा का जल प्रवाह सीधे उत्तर की ओर है।
- भारत का प्रसिद्ध मां कामाख्या मंदिर इसी अंचल ग्राम गहमर में स्थित है जिसे फतेहपुर सिकरी के मुगलो द्वारा निर्वाचित सिकरवार राजपूतों ने स्थापित कराया था यह प्रत्येक नवरात्र और सावन महीने में अभूतपूर्व धार्मिक आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ता है।
- स्वामी विवेकानंद इसी जिले के गंगा तट पर अवस्थित मांसाहारी बाबा के आश्रम में पधारे थे शिकागो विश्व धर्म सम्मेलन में भाग लेने के पूर्व उन्होंने इस शब्द का आशीर्वाद लिया था।
- परमवीर चक्र से सम्मानित वीर अब्दुल हमीद और महावीर चक्र से सम्मानित राम उग्रह पांडे इसी वीरभूमि में जन्मे थे।
- वाराणसी के निकट और गंगा किनारे बसे होने के कारण ग़ाज़ीपुर को लहुरी काशी या छोटी काशी के नाम से भी जाना जाता है।
इन सभी तथ्यों के अलावा और भी कई महत्वपूर्ण तथ्य इस विरो की भूमि वाले जिले से जुड़े हुए हैं। इन सभी तथ्यों के अलावा ग़ाज़ीपुर जिले और भी अधिक जानकारी के लिए वेबसाइट को फेलो करें और इस लेख को शेयर करें। धन्यवाद!