गाजीपुर में पुलिस ने दो गुमशुदा लड़कियों को ढूंढ़कर उन्हें बरामद करने में सफलता प्राप्त की है। यहां दोनों लड़कियाँ क्रिप्टो करेंसी की वजह से जम्मू-कश्मीर पहुंच गई थीं। पुलिस ने तलाशी के बाद मऊ रेलवे स्टेशन से उन्हें बरामद कर लिया है।
बताया जा रहा है कि तीन जुलाई को इन दो छात्राओं ने अपने घर से स्कूल जाने के लिए निकलने के बाद से अदृश्य हो गई थीं। उनके परिजनों ने इसकी रिपोर्ट पुलिस को दर्ज कराई। पुलिस ने उन्हें मऊ रेलवे स्टेशन से बरामद किया है, जहां पूछताछ के बाद इन दोनों छात्राओं को वन स्टाप सेंटर भेज दिया गया है।
परिजनों ने इस गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। कासिमाबाद थाने के प्रभारी शिव प्रताप वर्मा ने बताया कि ये दोनों लड़कियाँ बीएससी सेकंड ईयर की छात्राएं हैं और नाबालिग हैं। उन्होंने क्रिप्टो करेंसी व्यापार के लिए जम्मू-कश्मीर जाने का निर्णय लिया था। उन्होंने वहां के व्यापारियों से संपर्क स्थापित किए रखने के कारण ये धंधा करने का निर्णय किया था। तीन जुलाई की सुबह, उन्होंने कॉलेज जाने के बजाय अपने घर से निकलकर जम्मू-कश्मीर पहुंच गईं। जब शाम को घर नहीं पहुंचीं, तो उनके परिजन परेशान हो गए और उन्होंने कासिमाबाद कोतवाली में इस गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
पुलिस ने उन दोनों के मोबाइल को सर्विलेंस पर रखा, और तीन दिन बाद उनका लोकेशन जम्मू-कश्मीर में पता चला। उन्होंने अपने घर पर आधार कार्ड भूल जाने की वजह से वहां ठहरने के लिए स्थान नहीं ढूंढ़ पा रही थीं। वहीं, स्थानीय पुलिस ने जम्मू-कश्मीर पुलिस से संपर्क करके इन दोनों छात्राओं को घर ले जाने के लिए ट्रेन पर बिठा दिया।
उन्होंने क्रिप्टो करेंसी के व्यापार से होने वाले लाभ से आईएएस की तैयारी करने की योजना बनाई थी, क्योंकि उनके घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। इन दोनों छात्राओं के बरामद हो जाने सेपरिजनों को राहत मिली है।