जमानिया वन रेंज के तहत रघुनाथपुर गांव में शुक्रवार को गंगा किनारे झाड़ियों में बाघ जैसा वन्य जीव दिखने से ग्रामीण भयभीत हो गए। तत्काल वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और ग्रामीणों के साथ बाघ की खोज में लग गई। हालांकि, इसी दौरान एक लकड़बग्घा दिखाई दिया। इसलिए वन विभाग के अधिकारी ने बाघ होने की बात खारिज कर दी।
गंगा नदी के किनारे स्थित रघुनाथपुर गांव में सरपत की झाड़ियों में बाघ का दिखना ग्रामीणों में आतंक पैदा कर दिया। लोग बाघ को देखने के लिए एकत्र हो गए। इसकी सूचना प्राप्त होते ही जमानिया वन रेंज की टीम, जिसके नेतृत्व में वन क्षेत्राधिकारी प्रेम प्रकाश चौबे थे, मौके पर पहुंची।
टीम ने जब झुरमुट की जांच शुरू की तो एक लकड़बग्घा नदी की ओर भागते हुए निकला। इसके बाद ग्रामीणों ने उसे कुछ दूर तक खोद दिया। हालांकि, झुरमुट होने के कारण वह उसी में घुस गया। वन क्षेत्राधिकारी प्रेम प्रकाश चौबे ने बताया कि ग्रामीणों ने बाघ नहीं देखा है, बल्कि उसके बजाय एक लकड़बग्घा है। इसका आक्रमण अधिकतर कुत्तों पर होता है।
यह जगह-जगह छानबीन करते हुए छोटे बच्चों पर हमला कर सकता है। ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है कि वे छोटे बच्चों, पालतू जानवरों जैसे मुर्गी, बतख, बकरी आदि की सुरक्षा का ध्यान रखें। वन क्षेत्राधिकारी खुद डर रहे हैं, इसलिए लोगों को डरने की कोई जरूरत नहीं है।