गाजीपुर-वाराणसी नेशनल हाईवे मार्ग से पियरी, तरांव रेलवे स्टेशन होते हुए चकेरी मार्ग की लंबाई लगभग 6 किमी है। ग्रामीणों का कहना है कि पियरी बाजार और प्राथमिक विद्यालय के पास सड़क जगह-जगह टूट फूट जाने के कारण हमेशा कीचड़ युक्त गंदा पानी जमा होता रहता है। वर्षा के दिनों में स्थिति काफी खराब हो जाती है। सड़क का पानी घरों में प्रवेश करता है।
पानी जमा होने से साइकिल, मोटरसाइकिल और अन्य वाहन से यात्रा करने वाले नागरिक रोज़ाना गिरकर घायल होते रहते हैं। पता नहीं चलता है कि सड़क में गड्ढा है या गड्ढे में सड़क है। ऐसे समय में स्थिति हास्यास्पद हो जाती है जब यात्री पानी में गिर पड़ते हैं और कपड़े खराब हो जाते हैं।
विभागीय अधिकारी मूक दर्शक
पियरी बाजार से गांव तक एक किमी सड़क की हालत काफी खराब है। सड़क नदी के रूप में तब्दील हो जाती है। उक्त मार्ग काफी लंबे समय से मरम्मत न होने से जानलेवा बन गया है। मार्ग पर प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक और इंटर कॉलेज हैं। हजारों छात्रों सहित तरांव रेलवे स्टेशन और दर्जनों गांवों के नागरिक इसी मार्ग से गुजरते हैं। फिर भी शासन, प्रशासन और विभागीय अधिकारी मूक दर्शक बने हुए हैं। प्रदेश सरकार द्वारा पिछले वर्ष गड्ढा मुक्त करने की घोषणा के बावजूद कोई कार्य नहीं किया गया।
सड़क की मरम्मत कराई जाए
पियरी ग्राम के ग्राम प्रधान कृपाशंकर कुशवाहा, देवनाथ कुशवाहा, मो0 सहीद खां, डॉ0 संतोष कुशवाहा, डॉ0 शिवकुमार कुशवाहा, हरिहर, रामकुंवर कुशवाहा, प्रधानाध्यापक संजय कुशवाहा, मनोज सोनकर, रमेश कुशवाहा, रामलाल कुशवाहा ने मांग की है कि टूटी-फूटी सड़क की मरम्मत करके पानी निकासी के लिए नाली का निर्माण कराया जाए ताकि आवागमन की समस्या दूर हो सके।