वीर अब्दुल हमीद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के दिन बहुरेंगे। इस अस्पताल की कमियों को दूर करते हुए सुविधाएं उपलब्ध कराने की कवायद भी शुरू हो गई है। सीएमओ ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने चिकित्साधीक्षक को अस्पताल भेजकर रिपोर्ट मांगी, जो निरीक्षण करने पहुंचे तो उनका भी माथा ठनक गया। हालांकि उन्होंने व्यवस्थाओं को दुरूस्त कराने को कहा।
40 हजार की आबादी वाले क्षेत्र में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का नामकरण वीर अब्दुल हमीद के नाम से किया गया है, जो चार बेड वाला अस्पताल है। इस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में लाखों रुपये की लागत से तैयार होने के बावजूद कोई भी विशेषज्ञ चिकित्सक नहीं है, जबकि जननी सुरक्षा एएनएम के हवाले है। नियमित रूप में दो बजे पीएचसी पर चौकीदार ताला लगा देते हैं। सुविधाओं की बात करें तो यहां बिजली के उपकरण खराब पड़े हैं। जेनरेटर की भी सुविधा नहीं है, "चार बेड वाला वीर अब्दुल हमीद अस्पताल, सुविधाएं नदारद" शीर्षक के साथ खबर प्रमुखता से प्रकाशित की।
इसके बाद बुधवार को डॉ. देश दीपक पाल ने सीएचसी भदौरा के चिकित्साधीक्षक डॉ. धनंजय आनंद को निरीक्षण करने के साथ रिपोर्ट देने को कहा। इसपर दोपहर में वे निरीक्षण करने पहुंचे, और उन्होंने वहां की हालत देखकर भी चिंता की गई, क्योंकि स्वास्थ्य सुविधाएं के नाम पर कुछ भी नहीं था। लोगों ने बताया कि शाम होते ही अंधेरा छा जाता है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में बिना बाउंड्री की साफ-सफाई होती है और गोबर भरा होता है।
अस्पताल परिसर में रखा गोबर, चेतावनी दी
चिकित्साधीक्षक ने प्रभारी डॉक्टर अजीत सत्य देव से जानकारी ली। उन्होंने अभिलेख भी देखे। निरीक्षण के दौरान पीएचसी परिसर में रखे गोबर को तत्काल हटाने के लिए ग्रामीण से निर्देश दिए गए। गोबर के टाल को नहीं हटाए जाने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई।
बाउंड्री की बनवाई जाएगी
चिकित्साधीक्षक ने बताया कि बाउंड्रीवाल के लिए विभाग के पास कोई बजट नहीं है। जनप्रतिनिधियों से सहयोग लेकर बाउंड्रीवाल की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। पीएचसी प्रभारी डॉक्टर अजीत सत्य देव को परिसर में फैली गंदगी की साफ-सफाई कराने का निर्देश दिया।
सीएमओ के निर्देशानुसार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बारा का औचक निरीक्षण किया गया है। ग्रामीणों द्वारा परिसर में रखे गोबर को तत्काल हटाने को कहा गया है, नहीं हटाए जाने पर संबंधित व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। पीएचसी के बाउंड्रीवाल के लिए ग्राम प्रधान बारा से बात की गई है। अन्य समस्याओं की रिपोर्ट सीएमओ को भेजी जाएगी।