गाजीपुर जनपद में कई स्कूल हैं, जिन तक पहुंचने के लिए सुगम रास्ते नहीं हैं। इसी तरह एक स्कूल जिला मुख्यालय से करीब 40 किलोमीटर दूर स्थित है, जो सादात विकास खंड के जबरापार ग्राम सभा में स्थित है। यह स्कूल सरकार के वादों की पेशकश करता है। इस स्कूल तक पहुंचने का रास्ता कच्चा है और पानी और कीचड़ से भरा है। इस कारण बच्चे और शिक्षक स्कूल तक पहुंचने में मजबूर हैं।
जबरापार प्राथमिक विद्यालय एक ऐसी जगह पर स्थित है, जहां आने-जाने के लिए कोई सड़क नहीं है। यहां बच्चों को मजबूरन कच्चे रास्ते से होकर जाना पड़ता है। बरसात के समय इस रास्ते पर कीचड़ और पानी भर जाता है। कई बार बच्चे और अध्यापक इसमें गिर भी जाते हैं।
ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद स्कूल खुलने से ग्रामीण परिवेश में शिक्षा ग्रहण कर रहे बच्चों में पढ़ाई को लेकर खासा उत्साह है। लेकिन जबरापार गांव के स्कूली बच्चों और अध्यापकों को बीते कई सालों से सड़क न होने की वजह से भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बारिश के समय यह समस्या और गंभीर हो जाती है।
गांव के लोग बच्चों को स्कूल में भर्ती कराना नहीं चाहते और मजबूरन प्राईवेट स्कूलों में बच्चों को पढ़ाते हैं। विद्यालय के प्रधानाध्यापक राकेश कुमार ने बताया है कि बरसात के समय स्कूल के आसपास पूरा पानी भर जाता है, जिससे बच्चे पानी में गिर जाते हैं। इस समस्या के निराकरण के लिए बीते कई सालों से विभागीय अधिकारियों के साथ-साथ ग्राम प्रधान को कई बार अवगत किया गया है, लेकिन विद्यालय निर्माण के बाद से अब तक स्थिति वैसी ही है।