गाजीपुर नगर पालिका क्षेत्र में कूड़ा प्रोसेसिंग प्लांट की अनुपस्थिति के कारण, यहां राहगीरों को दुर्गंध का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों को भी संक्रामक बीमारियों का भय सता रहा है। गाजीपुर-चोचकपुर मार्ग पर जंजीरपुर के पास नगर पालिका द्वारा बनाए गए कूड़े के पहाड़ ने आसपास के लोगों के लिए परेशानी का कारण बना हुआ है। बारिश के चलते, इस कूड़े के ढेर से दुर्गंध फैल रही है। इसके साथ ही, कूड़े के ढेर में आधी सड़क आने से लोगों को आवागमन में भी कठिनाइयां हो रही हैं।
शहर से लगभग छह किलोमीटर दूर जंजीरपुर गांव के पास नगर पालिका द्वारा कूड़ा गिराया जा रहा है। यह स्थान कूड़े के पहाड़ के रूप में बन गया है और दुर्गंध और बदबू से लोग परेशान हैं। सड़क तक फैले कूड़े के ढेर से आने-जाने वाले लोगों को काफी समस्याएं होती हैं। कई बार नगर पालिका प्रशासन ने गुहार लगाने के बावजूद, दुर्गंध और संक्रामक बीमारियों का कारण बना हुआ है। इस कूड़े के ढेर के संबंध में अभी तक पूरी व्यवस्था नहीं की जा सकी है।
प्रतिदिन शहर से लगभग 50 मीट्रिक टन कूड़ा-कचरा उत्पन्न होता है। इसे नगर पालिका परिषद की ओर से इकट्ठा किया जाता है और गाजीपुर-करंडा मार्ग पर डंपिंग किया जाता है। वर्तमान में, कूड़े के ढेर की स्थिति यह है कि यह दुर्गंध का कारण बन गया है। इससे उठने वाली दुर्गंध राहगीरों और ग्रामीणों को काफी परेशान करती है।
नगर पालिका के अनुसार, छावनी लाइन में लगभग पांच करोड़ रुपये की लागत से कूड़ा प्रोसेसिंग प्लांट स्थापित की जाएगी। यह प्लांट सॉलिड वेस्ट की रीसाइक्लिंग कर प्लास्टिक, ईंट-पत्थर, धातु, और अन्य फेंके गए सामग्री को अलग करने के बाद उपयोगी बनाएगी। हालांकि, इस प्लांट की स्थापना अभी तक संभव नहीं हो पा रही है। लोगों को कूड़े के ढेर, गंदगी, और संक्रामक बीमारियों के डर से निपटना पड़ रहा है।