सैदपुर में वर्षा और तीखी धूप के बीच उमस भरी गर्मी के कारण, संक्रामक बीमारियों का प्रकोप बढ़ रहा है। बीते दो हफ्तों से सैदपुर क्षेत्र में आंखों की बीमारी का प्रकोप देखने को मिल रहा है। डॉक्टर के यहां आंखों के संक्रमण से पीड़ित रोगी बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। यह संक्रमण छुआछूत से भी तेजी से फैल रहा है।
परिवार में 1 सदस्य को यह संक्रमण होने पर छुआछूत के कारण लगभग सभी सदस्यों को प्रभावित कर रहा है। स्कूलों में भी संक्रमित छात्रों के संपर्क में आने से अन्य विद्यार्थी इसके चपेट में आ रहे हैं। सैदपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के आंख के डॉक्टर ने क्षेत्र के स्कूलों में शिविर लगाकर विद्यार्थियों की जांच और दवा का वितरण कर रहे हैं। जिससे 3 से 4 दिनों में संक्रमित को पूरी तरह आराम भी मिल जा रहा है।
सैदपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रशांत कुमार ने बताया कि इस समय अनुकूल माहौल के कारण कंजेक्टीवाईटिस वायरस का प्रकोप दिखाई दे रहा है। पहले की अपेक्षा अब इसके संक्रमण के मामले ज्यादा देखने को मिल रहे हैं। विभिन्न विद्यालयों में शिविर लगाकर जांच और दवा का वितरण किया जा रहा है। सीएचसी आने वाले मरीजों को भी जांच कर, दवा वितरित की जा रही है। यह बहुत गंभीर संक्रमण नहीं है। फिर भी सावधान रहने की जरूरत है।
आइए जानते हैं इसके लक्षण और कारण। कंजक्टिवाइटिस आंखों का एक संक्रमण है, जिसे आमतौर पर पिंक आई के नाम से भी जाना जाता है। यह वायरसजनित संक्रामक रोग है। प्रमुख रूप से आंखों का लाल होना, जलन, खुजली और आंख से लगातार आंसू निकलना, साफ या पीला स्राव बहना, पलकें आपस में चिपक जाना, पलक में सूजन होना आदि प्रमुख लक्षण हैं।
डॉक्टर की सलाह
आई स्पेशलिस्ट डॉ. प्रशांत ने बताया कि इससे बचने के लिए मरीज के बिस्तर, कपड़े, तौलिए का उपयोग घर के अन्य सदस्यों को नहीं करना चाहिए। आंख में संक्रमण होने पर काला चश्मा लगाना चाहिए। कंजेक्टिवाइटिस वायरस का संक्रमण होने पर आंखों में सूजन हो सकती है। आंखें लाल हो सकती हैं, जिसमें गदन और कीचड़ की समस्या हो सकती है। ऐसा होने पर संक्रमित मरीज को डॉक्टर से मिलकर, आवश्यक सलाह लेनी चाहिए। संक्रमित मरीज को संक्रमण के दौरान साफ सफाई रखनी चाहिए।