बेयपुर गांव में शहर कोतवाली क्षेत्र की गली में कचरा फेंकने के मामले में नौ जुलाई को हुई मारपीट में घायल वृद्धा की मंगलवार रात को वाराणसी में उपचार के दौरान मौत हो गई। आरोप है कि पड़ोसियों ने घर में लाठी-डंडे लेकर घुसकर तोडफोड़ भी की थी। साथ ही जाते-जाते शिकायत करने पर परिणाम भुगतने की धमकी भी दी गई थी। पुलिस ने इस मामले में तहरीर के आधार पर आरोपी पिता और उसके तीन बेटों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है, जबकि तीन और अभी तलाश की जा रही हैं।
बयेपुर देवकली गुड्डू बिंद के परिवार के लोगों और पड़ोसियों के बीच नौ जुलाई की सुबह कचड़ा हटाने के मामले में विवाद पैदा हुआ। विवाद इतना बढ़ गया कि आरोपी बसंत और उसके बेटे वशुराम, चंदन, हलचल, विकास ने मारपीट की शुरुआत कर दी। कोतवाली में दी गई तहरीर के अनुसार गुड्डू बिंद की ओर से नामजद आरोपी पीड़ित के घर में लाठी और डंडा लेकर घुसे और सामान तोड़ डाला।
इस हंगामे के दौरान उसकी मां, मुकतानी देवी (70) को गंभीर चोटें आईं। उन्हें उपचार के लिए वाराणसी के ट्रामा सेंटर में रेफर किया गया, जहां मंगलवार रात को मौत हो गई। इसके बाद जब मौत की जानकारी मिली, तो परिजनों की रोने-बिलखने से गांव में हड़कंप मच गया। घटना के संबंध में ग्रामीण आक्रोशित हो उठे। पुलिस को जानकारी मिलते ही वाराणसी पहुंची और शव की पोस्टमार्टम करवाई।
इसके बाद शव को पुलिस की सुरक्षा में गांव ले जाया गया। रात को ही मृतका का अंतिम संस्कार कराया गया। पुलिस ने परिजनों की तहरीर के आधार पर तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। कोतवाल तेज बहादुर सिंह ने बताया कि चारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो चुका है और आरोपी बसंत को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि तीनों की तलाश जारी है।