गाजीपुर में विकास भवन परिसर में सुंदरीकरण के नाम पर अधिकतर पेड़ों को कटवा दिया गया है। इसके बाद राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के जिलाध्यक्ष, दुर्गेश कुमार श्रीवास्तव ने जिला वन अधिकारी से मोबाइल पर बातचीत की। जिला वन अधिकारी ने उससे टालमटोल में जवाब दिया और मुख्य विकास अधिकारी को इन सभी मामलों में जिम्मेदार ठहराया गया।
इस मसले को लेकर मुख्य विकास अधिकारी संतोष कुमार वैश्य द्वारा परिषद के जिलाध्यक्ष दुर्गेश कुमार श्रीवास्तव और भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष, शिक्षक नेता विजय शंकर राय से बातचीत के दौरान बताया गया कि छोटे-छोटे पेड़ों की छंटनी का निर्देश दिया गया था, लेकिन अगर मोटा पेड़ काटा गया है तो इसमें जो भी जिम्मेदार अधिकारी और कर्मचारी होगा, उसके ऊपर कार्रवाई की जाएगी।
कर्मचारी नेताओं ने मौके पर भौतिक निरीक्षण के दौरान मुख्य विकास अधिकारी को दिखाया कि नीम का पेड़, कदम का पेड़, सागवान का पेड़ व चिकवन का पेड़ सहित लगभग 23 हरे पेड़ काटे गए हैं। मुख्य विकास अधिकारी द्वारा संबंधित अधिकारी पर नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देश दिया गया कि जितना भी पेड़ कटा हुआ है, वह सभी लकड़ियां विकास भवन के प्रांगण में तत्काल होनी चाहिए।
दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने सभी पदाधिकारियों को आश्वस्त किया कि जो भी दोषी होगा वह बख्शा नहीं जाएगा। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के जिलाध्यक्ष, दुर्गेश कुमार श्रीवास्तव, ने भी 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया गया है कि अगर इस पर उचित कार्रवाई नहीं होती है, तो बाध्य होकर 1 अगस्त 2023 से सत्याग्रह जैसा आंदोलन शुरू किया जाएगा।