गाजीपुर में रेलवे की उदासीनता के कारण पिछले डेढ़ महीनों से भदौरा रेलवे फाटक दुर्घटना की एक सामान्य घटना हो गई है। रेलवे फाटक की सड़क मरम्मत न होने के कारण, रोज़ाना दुर्घटनाएं होती रहती हैं। पंडित दीनदयाल उपाध्याय दानापुर रेलखंड के भदौरा रेलवे फाटक पर ट्रैक मरम्मत करने के बाद, विभाग द्वारा क्रॉसिंग की सड़क की ठीकठाक निर्माण नहीं की गई है।
बड़े-बड़े पत्थर लगाकर वैसे ही छोड़ दिया गया है, जिससे आने-जाने वाले लोगों और वाहन चालकों को काफी दुश्वारियाँ झेलनी पड़ रही हैं। पंडित दीनदयाल उपाध्याय दानापुर रेलखंड के भदौरा रेलवे स्टेशन इस रूट के महत्वपूर्ण स्टेशनों में से एक है, जहां तकरीबन प्रतिदिन एक से डेढ़ लाख रुपये की टिकट की बिक्री होती है। बावजूद इसके, इस रूट के रेलवे फाटक को ट्रैक मरम्मत करने के बाद, रेलवे विभाग ने संबंधित सड़क को उसी तरह छोड़ दिया है, जिससे लोगों को आवागमन करने में काफी दुश्वारियाँ उठानी पड़ रही हैं।
दुर्घटनाओं का शिकार होते हैं वाहन चालक। वहीं तीन पहिया और दोपहिया वाहन चालक आए दिन दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं। स्थानीय निवासी मोनू सिंह युवराज, दीपक अग्रहरि, सूर्य प्रकाश बिट्टू, अरुण गांधी, रजनीश सिंह आदि ने बताया कि रेलवे फाटक से होकर प्रतिदिन दर्जनों गांव के हजारों लोग आवागमन करते हैं, लेकिन ट्रैक के बीच की सड़क क्षतिग्रस्त होने के कारण रोजाना ही वाहन चालक गिरकर चोटिल होते रहते हैं।
कई बार तो रेलवे फाटक बंद करने के दौरान हड़बड़ी में वाहन चालक ट्रैक के बीच में फंस जाते हैं, जिसके दौरान जान आपदा से खतरे में पड़ती है। इस बाबत आईओडब्ल्यू रेल केबी तिवारी ने बताया कि टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली गई है और जल्द ही कार्य कराकर आवागमन सुचारू कराया जाएगा।