गाजीपुर में ताड़ीघाट रेलवे स्टेशन को पुनः सक्रिय करने की मांग के साथ ताड़ीघाट रेल संघर्ष समिति के बैनर के नीचे ग्रामीणों का आंदोलन शनिवार को 17वें दिन जारी रहा। भूख हड़ताल पर बैठे तीन अनशनकारियों की शुक्रवार रात को तबीयत खराब हो गई। इसकी जानकारी मिलने पर छात्र नेताओं को नाराजगी हुई और शनिवार को छात्र संघ प्रतिनिधि मंडल ने पीजी कॉलेज चौराहे पर रेलवे प्रशासन के पुतले का दहन कर नारेबाजी की।
छात्र नेता सिद्धांत सिंह ने कहा कि ताड़ीघाट में ट्रेनों के चलने से उन्हां रोजगार के साधन उपलब्ध थे, जो अब बंद होने से उन्हां के लोग भूखमरी की सीमा पर आ गए हैं। इसे कभी भी सहन नहीं किया जाएगा। छात्र नेता मनीष चौधरी ने कहा कि ताड़ीघाट में ट्रेनों के बंद होने से दिलदारनगर से आने वाले छात्रों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
छात्र नेता शशांक उपाध्याय ने कहा कि अमीरों के लिए सरकार वंदे भारत ट्रेन चला रही है, वहीं गरीब जनता के लिए पैसेंजर ट्रेनों को बंद करने का काम किया जा रहा है। जिससे आम जनता में रोष फैला हुआ है। पूर्व छात्र संघ उपाध्यक्ष दीपक उपाध्याय ने कहा कि ताड़ीघाट में ट्रेनों को जल्दी से चालू नहीं किया गया है, तो अनशनकारियों में किसी की तबीयत खराब हो जाएगी तब छात्र उग्र आंदोलन को आगे बढ़ाने की मजबूरी होगी। जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी।
छात्रों ने अनशनकारियों का समर्थन किया
सभी छात्र नेताओं ने एक स्वर में ताड़ीघाट में ट्रेनों को चलू कराने की मांग के साथ बैठे अनशनकारियों के धरने का समर्थन किया। रेलवे प्रशासन के पुतले का दहन करने में छात्र नेता सिद्धांत सिंह, मनीष चौधरी, दीपक उपाध्याय, शशांक उपाध्याय, सुधांशु तिवारी, अभिषेक गौण, शिवम उपाध्याय, पुष्कर सिंह, अभिषेक द्विवेदी, अभिषेक चौरसिया, अमन सिंह, सत्या यादव, कन्हैया, प्रशांत राय, गोलू राय, सत्येन्द्र मौर्य, पिन्टू यादव, हरिओम यादव, राज पासवान, आकाश चौधरी, सत्यप्रकाश सिंह आदि मौजूद रहे।